आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड व यूपी के पुलिस उच्च अधिकारियों ने की बैठक

Spread the love

अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के विरुद्ध कसा जाएगा शिकंजा

अनिल शर्मा

रुद्रपुर। यूपी-उत्तराखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर आज कुमाऊं मंडल के डीआईजी रेंज एवं तेजतर्रार पुलिस अधिकारी नीलेश आनंद भरणे के नेतृत्व में ऊधमसिंहनगर जिले की सीमा से लगे हुए बरेली और मुरादाबाद जोन के पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की एक बैठक रुद्रपुर में आयोजित हुई….बैठक में यूपी के कई जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ ही रामपुर,बरेली, पीलीभीत,मुरादाबाद,बिजनौर और रामपुर जिले के पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे….

डीआईजी कुमाऊं रेंज की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में खास तौर पर दोनों राज्यों के सीमावर्ती जनपदों में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने को लेकर चर्चा हुई…पुलिस अधिकारियों की बैठक में यह भी तय हुआ कि यूपी और उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए दोनों राज्यों के सीमावर्ती जनपदों में रहने वाले गैंगस्टर और गुंडा एक्ट में निरुद्ध अपराधियों के साथ ही दोनों राज्यों में सक्रिय रहने वाले अपराधियों की क्राइम हिस्ट्री का आदान-प्रदान भी यूपी और उत्तराखंड पुलिस करेगी….

साथ ही उत्तर प्रदेश में आपराधिक वारदातों में लिप्त वो अपराधी जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखंड से विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे हैं वैसे अपराधियों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए अब दोनों राज्यों की पुलिस क्राइम हिस्ट्री का आदान-प्रदान भी करेंगे…. दरअसल उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अपराधी सर उठाने में नाकाम साबित हो रहे हैं और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के अपराधी अब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखंड में राजनीति कर विधायक बनने का सपना देख रहे हैं….

हम आपको बता दें कि आतंकवाद का दंश झेल चुके तराई में बसे जनपद उधम सिंह नगर से सटे यूपी के सीमावर्ती जिलों के कुछ शातिर अपराधिक अपनी क्राइम हिस्ट्री को छुपाते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखंड में राजनीति कर उत्तराखंड के स्थानीय लोगों के हक-हकूक ओं पर डाका डाल रहे हैं और तो और ऐसे अपराधी अपनी क्राइम हिस्ट्री छिपाकर उत्तराखंड में हथियारों का लाइसेंस बनाने में भी सफल हो गए हैं पर ऐसे शातिर अपराधियों पर अब यूपी-उत्तराखंड दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त रुप से क्राइम हिस्ट्री का आदान-प्रदान कर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है….कुल मिलाकर अगर यूपी-उत्तराखंड की पुलिस और खुफिया विभाग ऐसे शातिर अपराधियों की आपराधिक और पारिवारिक कुंडली ठीक से खंगाले तो निश्चित रूप से पुलिस को इसमें सफलता प्राप्त होगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

hello