अलीगढ़ । उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक दूल्हे को शराब पीना काफी महंगा पड़ गया। जयमाला डालने पहुंचे नशेड़ी दूल्हे को दुल्हन ने इंकार कर दिया जिसके चलते उसका
नशा काफूर हो गया। दरअसल, दूल्हे को नशे में देखकर दुल्हन ने जयमाल तोड़ कर शादी से इंकार कर दिया। वहीं, इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद हुआ तो बारातियों को बंधक बना
दिया गया। दूल्हे पक्ष को बंधक बनाने की सूचना थाना क्वार्सी पुलिस को दी गई। दूल्हे और बारात को बंधक बनाए जाने की सूचना पर पुलिसकर्मी शादी समारोह के मंडप में पहुंचे और
बारातियों को मुक्त कराया। हालांकि 6 लाख 10 हजार रुपयों में दुल्हन और दूल्हे पक्ष में समझौता हो गया। जिसके बाद शादी में बीयर पीने वाला शराबी दूल्हा बिना दुल्हन के बारात
वापस लेकर लौट गया। मामला क्वार्सी इलाके के केशव वाटिका का है। जानकारी के अनुसार, योगेंद्र सिंह की बेटी चांदनी की शादी जिला रामपुर के मिलकराजपुर निवासी रमेश बाबू के
बेटे रूपेंद्र कुमार के साथ तय हुई थी। गुरुवार रात मुरादाबाद से बारात आई थी और सभी शादी समारोह में नाच गा रहे थे। लेकिन जयमाल के वक्त दूल्हे ने शराब पी ली और लड़खड़ाने
लगा।यह देख दुल्हन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और जयमाल तोड़ कर शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद वर पक्ष और वधू पक्ष में भिड़ंत हो गई और बारातियों को
बंधक बना लिया गया।
उधर, दूल्हे रूपेंद्र का कहना है कि उसने थोड़ी सी शराब (बीयर) का सेवन किया था। कार की डिमांड का आरोप गलत है। उन्होंने बताया कि उसे यह पता नहीं था कि जयमाला के
बाद फूलों की माला उतारना शुभ नहीं माना जाता है। जिसके बाद शादी समारोह में खलल पड़ गया। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। दूल्हे पक्ष का आरोप है कि
हंगामे के बाद बारात को गेस्ट हाउस में रातभर बंधक बनाए रखा गया। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडे ने बताया है कि शादी समारोह में बारात बंधक बनाने की सूचना मिली थी। पुलिस के
आने के बाद दोनों पक्षों में बैठकर बातचीत शुरू हुई। जिसमें लड़की पक्ष के लोगों ने बताया कि वह शराबी लड़के के साथ अपनी बेटी को विदा नहीं करेंगे, उन्हें अपना दिया हुआ सारा
सामान वापस चाहिए। जिसके बाद यह तय हुआ कि 6 लाख रुपए उन्हें वापस लौटाया जाए। दुल्हा पक्ष का एक व्यक्ति रुपए लेने के लिए मुरादाबाद रवाना हो गया। दोनों पक्षों में
समझौता होने के बाद पुलिस ने बारातियों को भी रवाना कराया।