-115 छात्र-छात्राओं को मेडल और इसी सत्र में उत्तीर्ण 1629 छात्र-छात्राओं को मिली डिग्रियां
-दीक्षान्त की मुख्य आकर्षण रही पूर्व छात्रा हिमानी बुन्देला
लखनऊ । सोमवार को डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का आठवें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षान्त समारोह में चांसलर्स गोल्ड मेडल बीटेक की छात्रा अर्पिता कुमारी को दिया गया। इसके अलावा चांसलर्स सिल्वर मेडल बीटेक के शिवम कुमार को और चांसलर्स ब्रॉन्ज मेडल एमएससी के प्रभात सिंह को दिया गया।
विश्वविद्यालय के अटल प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह की अध्यक्षता राÓयपाल और विवि की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित, आईआईटी दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर और सेंटर फॉर लैबोरेटरी एके्रडिएशन के अध्यक्ष प्रो. विक्रम कुमार शामिल हुए। साथ ही दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उप्र के मंत्री अनिल राजभर, अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, कुलपति प्रो. राणा कृष्णपाल सिंह, कुलसचिव अमित कुमार सिंह भी मंच पर मौजूद रहे। शैक्षिक शोभायात्रा के प्रेक्षागृह में प्रवेश करने के साथ शुरू हुए इस दीक्षांत समारोह में 115 छात्र-छात्राओं को मेडल दिए गए। वहीं इस सत्र में उत्तीर्ण हुए 1629 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं। समारोह में विशेष रूप से बचपन डे केयर स्कूल की पांच दिव्यांग ब’िचयों और स्पर्श विद्यालय की &0 दिव्यांग छात्राओं को वस्त्र, फ ल आदि दिए गए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहीं यहां की पूर्वछात्रा हिमानी बुन्देला। जिन्होंने कौन बनेगा करोड़पति के वर्तमान सीजन की पहली करोड़पति बनने का गौरव हासिल किया है। उन्हें दीक्षांत समारोह में 21 हजार रुपए, अंगवस्त्र आदि देकर सम्मानित किया गया। अपने विश्वविद्यालय में सम्मान पाकर पूर्वछात्रा हिमानी बुन्देला ने मंच से कहा कि लोग कहते हैं, कि दृष्टि के बिना जीवन में अंधेरा है, मैंने मुस्कुरा कर कहा कि यदि दृष्टिकोण में नई सोच हो। तो फि र से नया सवेरा है। हिमानी ने यहां दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री से यह भी कहा कि वह दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए काम करना चाहती हैं। इसमें विभाग उनका मार्गदर्शन करे कि वह किस तरह से सहयोग कर सकती हैं।