काशीपुर। काशीपुर विधानसभा सीट पर आखिर किसे लाभ पहुंचाएंगे भाजपा के असंतुष्ट ? यह चर्चा राजनीतिक हल्कों में जोर पकड़ रही है। पिछले चार विधानसभा चुनावों में काशीपुर सीट पर लगातार विजय पताका लहराती आ रही भाजपा से इस बार विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट मिलने से स्थानीय भाजपा की एकजुटता तार-तार दिख रही है। वहीं, विरोधी दल इसका फायदा उठाने को तैयार हैं और प्रचण्ड वोटों से जीत का खम ठोक रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा के नाम की घोषणा के बाद पार्टी में आये राजनीतिक तूफान ने भाजपा हाईकमान को परेशान किया हुआ है। विधायक चीमा प्रयासरत हैं कि किसी तरह नाराजगी दूर कर सबको एक मंच पर लाया जाए। इस प्रयास में वे सफल भी बताये जा रहे हैं। यही वजह है कि कुछ चेहरे उनके साथ खुलकर नजर आने लगे हैं, और अभी तक चुनाव से दूरी बनाए हैं। नामांकन के वक्त भी वे नजर नहीं आए।काशीपुर में भाजपा की यह स्थिति पहली बार देखने को मिल रही है कि चुनाव प्रचार में भी प्रमुख कार्यकर्ता कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। हालांकि, पूर्व के चुनाव में चीमा का भी विरोध हुआ था, लेकिन समय रहते कंट्रोल कर लेने से कोई दिक्कत पेश नहीं आई। उधर, विरोधी दल इस मामले को कैश करते हुए माहौल अपने पक्ष में बताते नहीं थक रहे हैं। बहरहाल, असंतुष्टों का रुख स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। वहीं, काशीपुर के राजनीतिक हल्कों में यह चर्चा जोर पकड़ती जा रही है कि आखिर भाजपा के ये असंतुष्ट चुनाव में किसे और किस तरह लाभ पहुंचाना चाहते हैं ? यद्यपि, भाजपा हाईकमान का दावा है कि काशीपुर भाजपा में अब सबकुछ ठीक है। असंतुष्टों को मना लिया गया है।