
काशीपुर। हिन्दू मंदिरों पर कब्जा करना व तोड़फोड़ करने की बात कहते हुए धर्मयात्रा महासंघ, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद समेत कई अन्य धार्मिक संगठनों से जुड़े अनेकों हिन्दूजन ने राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौपा है।
ज्ञापन में कहा गया कि अपने देश में व अन्य देशों में विधर्मियों द्वारा हिन्दू धर्माबलम्बियों के धार्मिक मान्यता प्राप्त पौराणिक पूजा स्थलों की तोड़-फोड़, उनके ऊपर येन केन प्रकारेण अपना कब्जा करना, तहस-नहस करना व उस क्षेत्र के मन्दिरों को वक्फ बोर्ड की सम्पत्ति घोषित करने जैसे कुत्सित प्रयासों के मामले एक आम बात होती जा रही है जिससे देश में अराजकता का माहौल व्याप्त है। इन सभी हिन्दू धर्म विरोधी घटनाओं से हिन्दू जनमानस के मन में भारी भय, पीड़ा, असंतोष व आक्रोश पनपता जा रहा है। पिछले सप्ताह तमिलनाडु प्रांत के त्रिची जिले के एक हिन्दू बाहुल्य गांव तिरुचेंथुरइ में अवस्थित सदियों पुराने मन्दिर को वहां के मुसलमानों द्वारा वक्फ बोर्ड की मिल्कियत घोषित करना, पूरे गांव की जमीन को वक्फ की जमीन घोषित करना और क्षेत्र में रहने वाले हिन्दू परिवारों को गांव छोड़कर अन्यत्र जाने के लिये विवश करना, विधर्मियों द्वारा हिन्दू समाज के विरु( चलाये जा रहे अनेकों घृणित कार्यों का जीता जागता एक ताजा उदाहरण है। तमिलनाडु प्रांत के त्रिची जिले की उक्त पीड़ादायक घटना से सम्पूर्ण हिन्दू समाज आक्रोशित है। साथ ही पिछले दिनों दुबई में खेले गये क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की हार से पीड़ित, पाकिस्तानियों द्वारा 17 सितम्बर को ब्रिटेन के लिसेस्टर शहर में, हिन्दू मन्दिर में की गई तोड़फोड़ व मन्दिर में लगी हिन्दू पताका को फाड़ना तथा हिन्दू समाज द्वारा घटना के विरोध में निकाली गई शान्तिपूर्ण रैली के ऊपर कांच की बोतलों से हमला करना, हम सभी के लिये चिंता का विषय है। उपरोक्त ताजा तरीन घटनाओं के अतिरिक्त समुदाय विशेष के द्वारा जिहादी षड़यंत्र के तहत हिन्दू युवतियों को घर से न निकलने देना, मदरसों में पढ़ने के लिये विवश करना, पीएफआई द्वारा हिजाब, जो इस्लाम की धार्मिक परम्परा नहीं है, के इस्तेमाल के लिये धर्म की आड़ में दबाब बनाना, कई स्थानों पर हिन्दुओं द्वारा की जाने वाली पूजा अर्चना पर प्रतिबन्ध लगाना, धर्म परिवर्तन के लिये जबरदस्ती करना, लैंड जिहाद जैसे राष्ट्र विरोधी कार्य लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिनपर देशहित में तुरन्त रोक लगाया जाना आवश्यक है। ज्ञापन सौंपने वालों में कृष्ण कुमार अग्रवाल एड., पं.राघवेन्द्र नागर, प्रभाकर सारस्वत, राजेन्द्र प्रसाद राय, डॉ. महेश अग्निहोत्री, वेद प्रकाश विद्यार्थी, मदन मोहन गोले, विपिन अगवाल एड., रमेश मेहरा, संजय काम्बोज, क्षितिज अग्रवाल, राजपाल, अशोक पैगिया, केवल कृष्ण शर्मा, जय प्रकाश सिंह, चन्द्र भान सिंह, पीयूष गौढ़, अश्वनी शर्मा, कमलजीत सिंह सि(ू, देवल अग्रवाल, योगेश कुमार, सौरभ चतुर्वेदी आदि थे।