– शिक्षा मंडल ने पेपर लीक से बचने बनाई रणनीति
भोपाल। पिछले साल की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने का सबसे बड़ा कारण मोबाइल था। इसलिए इस बार परीक्षा केंद्र में मोबाल पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है। इसके बाद यदि किसी के पास मोबाइल पाया जाता है तो दस साल तक की सजा होगी। यह कहना है मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के सचिव केडी त्रिपाठी का।
गौरतलब है कि साल 2022 की बोर्ड परीक्षा में मोबाइल फोन के माध्यम से पेपर लीक किए गए थे। इस कारण शिक्षा मंडल भोपाल को बदनामी का सामना करना पड़ा था। डूबती प्रतिष्ठा को उभारने के लिए इस बार मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने मोबाइल पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं और कहा है कि यदि मोबाइल मिलता है तो उसे दस साल तक की सजा का प्रावधान रहेगा। केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक सहित किसी भी स्टाफ को मोबाइल रखने की इजाजत नहीं होगी। इसके साथ ही उन्हें मंडल की परीक्षा कार्य से डिबार भी किया जाएगा। कैंद्र में सूचनाओं के अदान-प्रदान के लिए लैंड लाइन फोन लगाए जाएंगे, लेकिन मोबाइल के लिए केंद्र के बाहर एक लोहे की पेटी रखी जाएगी, जिसमें सभी फोन जमा कर रख दिए जाएंगे। ईमेल के जरिये मंडल की कंट्रोलिंग की जाएगी। इसके साथ ही आफलाइन प्रक्रिया भी बंद रहेगी और आनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। गौरतलब है कि इस साल बोर्ड परीक्षा में तकरीबन 17 लाख विद्यार्थी शामिल होने वाले हैं। इसके लिए मंडल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगा हुआ है।

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