फरीदाबाद। हरियाणा में सीएम फ्लाइंग टीम ने नवजात शिशुओं का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। सीएम फ्लाइंग को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि एक गिरोह नवजात शिशु को बेचने के लिए बदरपुर बॉर्डर आएगा। इस संबंध में गिरोह के सदस्यों से बच्चा लेने के लिए मुखबर खास के माध्यम से दम्पति के तौर पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद से एसआई सतबीर सिंह व सीआईडी की एएसआई राजेश कुमारी की बातचीत शुरू हुई। जिन्होंने 4 लाख 50 हजार रुपये में बच्चा बेचने का सौदा तय कर लिया। इस सूचना के सम्बंध में तुरंत रेड करके गिरोह को काबू करने के लिए सुनील यादव सदस्य बाल कल्याण समिति फरीदाबाद को सूचित किया गया।
आनन फानन में स्थानीय पुलिस की मदद से रेडिंग पार्टी तैयार की और एसआई सतबीर सिंह व एएसआई राजेश कुमारी को 500ध्500 रुपये के चूर्ण लेबल लिखे खिलौना नोटों की गड्डियों को कागज के लिफाफे में देते हुए हिदायत दी कि पहले गिरोह से बच्चा लेकर मांगी गई राशि को देना व रेडिंग पार्टी को इशारा करें। इस संबंध में योजना अनुसार एसआई सतबीर सिंह व एएसआई राजेश कुमारी मुकर्रर स्थान पर एक होटल पर पहुंचे तथा एक महिला से मुलाकात की। जिसने माहौल सुरक्षित देख कर कुछ देर बाद अपने अन्य साथियों को बच्चा लेकर आने को कहा।
कुछ समय बाद ही दो महिलाएं मात्र 9 दिन की एक नवजात बच्ची को साथ लेकर आई और एएसआई राजेश कुमारी की गोद में बच्चा दे दिया। जिसके बाद एसआई सतबीर ने मुंह मीठा कराकर लिफाफे में रखे नोट एक महिला को दिये व सीएम फ्लाइंग की टीम को इशारा किया। जिस पर रेडिंग पार्टी द्वारा मौका पर ही बच्चा गिरोह को काबू कर लिया। नाम पता पूछने पर एक महिला ने अपना नाम मीनू पत्नी जगमोहन निवासी उत्तम नगर दिल्ली, (जो मेडिसियन बाबा नामक एनजीओ चलाने वाले एक व्यक्ति की पुत्र वधु है) दूसरी महिला ने अनिता पत्नी अशोक निवासी सुल्तानपुरी दिल्ली(जो रिश्ते में मीनू की ननद है) बताया। पूछताछ पर यह भी बताया कि उनका एक साथी पैसों को इंतजार कर रहा है, जो कुछ ही दूरी पर ही खड़ा हुआ है। जिस पर उनकी निशानदेही पर एक शख्स को काबू किया गया जिसने अपना नाम दीपक उर्फ दीपू निवासी महेंद्रा पार्क दिल्ली स्थाई निवासी सहारनपुर बताया