सात महा पूर्ण करने पर शिशु को दें लिक्विड हलका आहार
अनिल शर्मा
ठाकुरद्वारा ( मुरादाबाद )
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से सेन्टर फाॅर फोटोलाइजनिंग चैन्ज सी-3 के तत्वावधान में ग्राम पंचायत बहेड़ी ब्रह्मनान में ग्राम प्रधान अल्पना पंकज भारद्वाज की उपस्थित में छः से सात माह के शिशुओं को हविष्यान्न चटा कर अन्नप्राशन कराया गया । क्लस्टर फैसिलिटेटर गीता शर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि छः माह तक शिशु सिर्फ माँ का दूध पीता है,सातवें महीने तक शिशु हल्का आहार पचाने में सक्षम हो जाता है । इसलिए छः से सात माह के शिशु को अन्नप्राशन कराना उसके स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त होता है। विदित हो की जब शिशु के दाँत उगने लगें तब मानना चाहिए कि प्रकृति ने उसे ठोस आहार, अन्नाहार करने की स्वीकृति प्रदान करदी है। स्थूल अन्नमयकोष के विकास के लिए अन्न के विज्ञान सम्मत उपयोग का ज्ञान आवश्यक है। सूक्ष्म विज्ञान के अनुसार अन्न के संस्कार का प्रभाव शिशु के मानस स्वभाव पर भी पड़ता है। कहावत है कि जैसा खाओ अन्न, वैसा रहे मन । इसलिए आहार स्वास्थ्यप्रद होने के साथ पवित्र और संस्कार युक्त हो । इसी उद्देश्य से प्रदेश सरकार की ओर से अभिभावकों , परिजनों को जागरूक करने के लिए अन्नप्राशन कार्यक्रम आयोजित किए जाता है। अन्न को व्यसन के रूप में नहीं अपितु औषधि और प्रसाद के रूप में लिया जाये, इसी संकल्प के साथ अन्नप्राशन संस्कार सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पादित कराने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती रीना रूहेला,बुसरा बी. , फैमिदा सैफी, अंशुरानी शर्मा,नवनीत शर्मा,नेमवती, आशा कार्यकर्ती आशा देवी, केलादेवी एवं बिर्जेश्वरी शर्मा आदि का प्रशंसनीय योगदान रहा।