काशीपुर। दुष्कर्म पीड़िता एक माह से न्याय के लिये दर-दर भटक रही है, लेकिन राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद भी अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। महिला आयोग की उपाध्यक्षा सायरा बानो ने आज फिर महिला हैल्पलाइन में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पहुंची। उधर पीड़िता न्याय के लिए थाना आईटीआई के बाहर धरने पर बैठ गई।
आज पुनः सायरा बानो ने इस प्रकरण को उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। उन्होंने महिला हैल्पलाइन में भी पीड़िता की काउंसलिंग करायी। तहरीर में कहा कि उसकी शादी 28 जून 2021 को आईटीआई थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी से हुई थी। शादी के बाद ही ससुराली उसे दहेज के लिये प्रताड़ित करने लगे। 18 अगस्त को ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया। आरोप लगाया कि 25 अगस्त को वह अपने कमरे में सोई थी कि अचानक उसका जेठ कमरे में आ गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। जिससे वह बेहोश हो गई। होश में आने पर उसने पति और अन्य ससुरालियों को घटना की जानकारी दी। इस पर ससुरालियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और उसका घर से बाहर जाना बंद करा दिया। उसने अपने पिता के साथ मामले में कार्रवाई को पैगा चौकी, जसपुर थाने समेत अन्य स्थानों पर जाकर गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। काशीपुर कोतवाली में घटनास्थल आईटीआई थाना क्षेत्र होने के कारण यहां से उन्हें भेज दिया था। पीड़िता जब थाना आईटीआई पहुंची तो वहां पर मौजूद पुलिस ने पीड़िता की एक न सुनी तथा उल्टे उसे बीती देर रात उसके मायके छोड़ दिया।