काशीपुर। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंतजी की 135वीं जयंती बारिश के बीच स्टेशन रोड स्थित पंत पार्क में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मनाई गई। अन्य स्थानों पर भी जयंती के आयोजन हुए।
पंत पार्क में मुख्य अतिथि जस्टिस राजेश टंडन ने पंतजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण स्मरण किया। जस्टिस टण्डन ने कहा कि पं. गोविंद बल्लभ पंत को देश के सबसे प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और एक कुशल प्रशासक के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने आधुनिक भारत के मौजूदा स्वरूप को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्होंने कहा कि काशीपुर को जिला बनाये जाने की 60 वर्षों से भी पुरानी मांग को पूरा कराने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। मेयर ऊषा चौधरी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद गोविंद बल्लभ पंत उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने। उन्होंने किसानों के उत्थान और अस्पृश्यता के उन्मूलन की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य किया। भाजपा नेता आशीष गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष शमशुद्दीन, कांग्रेसी नेता अनुपम शर्मा व डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय ने अपने विचार व्यक्त किये। जयंती पर लायंस क्लब काशीपुर ग्रेटर द्वारा रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसमें तमाम लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। वृक्षारोपण भी किया गया। कोरोना संक्रमण काल में चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं देने वाले लक्ष्मण दत्त भट्ट राजकीय चिकित्सालय के डा. शांतनु सारस्वत ;अब दिवंगतद्ध के योगदान को दृदृष्टिगत रखते हुए उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। पंडित गोविंद बल्लभ पंत स्मारक समिति के संयोजक दिलीप मेहरोत्रा व महामंत्री गौतम मेहरोत्रा ने अतिथिगणों का स्वागत किया। कार्यक्रम में भारी बारिश के बीच क्षेत्रीय विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, विमल गुड़िया, एनसी बाबा, दीपक बाली, अरूण चौहान, गगन काम्बोज, गुरविंदर सिंह चंडोक, विकल्प गुड़िया, पंकज टंडन, सुशील मेहरोत्रा, रवि सारस्वत, चक्रेश जैन, डा. मंयक अग्रवाल, प्रभात साहनी, डॉ. यूनुस चौधरी, अभिषेक गोयल आदि समेत पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। संचालन साबिर हुसैन ने किया। उधर बार एसोसिएशन सभागार में पंत जी की मूर्ति पर न्यायमूर्ति राजेश टंडन ने माल्यार्पण व श्र(ासुमन अर्पित करते उनका भावपूर्ण स्मरण किया। इस दौरान बार अध्यक्ष संजय चौधरी, सचिव प्रदीप कुमार चौहान, वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा, उमेश जोशी, ताजबर अब्बास नकवी, सनत कुमार पैगिया, भास्कर त्यागी, राम कुंवर चौहान, रहमत अली खान, धर्मेंद्र, अमन राणा, नीरू उपाध्याय आदि अधिवक्तागा मौजूद थे।