-राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने की कैंसर पर विस्तृत चर्चा
काशीपुर। आईएमए काशीपुर के तत्वाधान में नई दिल्ली स्थित राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा कैंसर के लक्षण, पहचान एवं रोकथाम के लिए रामनगर रोड स्थित अनन्या होटल के सभागार में कैंसर पर एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम चेयरपर्सन डॉ. वीना जोशी व डॉ. तिलहारा समेत आईएमए काशीपुर, बाजपुर, जसपुर और रामनगर के तमाम डॉक्टर्स मौजूद रहे। संचालन डॉ. रवि सहोता व डॉ. सोनम जैन ने किया।
सेमिनार में नई दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल से आये कैंसर विशेषज्ञ डॉ. मनीष शर्मा व डॉ. पायल मल्होत्रा ने ब्लड कैंसर, स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेन कैंसर, बोन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, लंग कैंसर, पैनक्रियाटिक कैंसर और सर्वाइकल कैंसर आदि पर वहां मौजूद क्षेत्र के तमाम डॉक्टर्स के साथ चर्चा कर विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो बहुत ही शांत तरीके से हमारे शरीर पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर देती है और धीरे-धीरे हमें पूरी तरह अपनी चपेट में ले लेती है, लेकिन इसके कुछ लक्षणों को पहचानकर और मरीज के मजबूत इरादों के साथ वक्त पर इसका इलाज कराया जाए तो इसे हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कैंसर सैंकड़ों प्रकार का हो सकता है। साथ ही इन सभी के लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। खास बात यह है कि इनमें से ज्यादातर कैंसर ऐसे हैं, जिन्हें अपनी अवेयरनेस के बल पर हम अपने शरीर में पनपने से रोक सकते हैं। डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि कैंसर रोगियों को झाड़-फूंक, जादू-टोने के चक्कर में न पड़ कर कैंसर विशेषज्ञ से उपचार करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि साधारण सीबीसी टेस्ट के माध्यम से भी कैंसर की पहचान की जा सकती है। वहीं डॉ. पायल मल्होत्रा ने कहा कि कहा कि अपनी जीवन शैली में बदलाव कर काफी हद तक कैंसर से बचा जा सकता है। शरीर के किसी भाग की कोशिकाओं के अनियंत्रित विभाजन व वृ(ि को कैंसर कहा जाता है। उन्होंने ने कहा कि पुरुषों में मुख, फेंफड़ों, प्रोस्टेट और महिलाओं में स्तन, गर्भाशय व गर्भाशय ग्रीवा नाल के कैंसर रोगी अधिक पाए जाते हैं। यदि मुंह, जिव्हा में लंबे समय तक अल्सर रक्त स्त्राव, भोजन निगलने में परेशानी व रात्रि में प्रतिदिन बुखार आना कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। जंक फूड, अल्कोहल व धूम्रपान कैंसर के मुख्य कारण होते हैं। डॉ. पायल मल्होत्रा ने कहा कि नई दिल्ली के राजीव गांधी हॉस्पिटल में बच्चों के थैलेसीमिया और बोन मैरो ट्रांसप्लांट सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा गरीबी रेखा से नीचे श्रेणी में शामिल 12 साल तक के बच्चों के उपचार में 8 से 10 लाख तक की आर्थिक मदद की जाती है। सेमिनार के दौरान डॉ. राजीव पुनेठा, डॉ. एके बंसल समेत कई डॉक्टर्स द्वारा सवाल-जवाब भी किये गए। अंत मे आईएमए काशीपुर के अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन और सचिव डॉ. भारत भूषण ने नई दिल्ली राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल से आये कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष शर्मा और डॉ. पायल मल्होत्रा का आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान डॉ. गुरपाल सहोता, डॉ. प्रियांक चौहान, डॉ. नवप्रीत कौर सहोता, डॉ. अशहाक, डॉ. शत्रुनजन शर्मा, डॉ. गुरदीप, डॉ. एमपी सिंह समेत क्षेत्र के तमाम डॉक्टर्स मौजूद रहे।