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आंठवी व बाहरवीं पास युवक कर्जा होने पर छापने लगे नकली नोट

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खपाने आये भोपाल, क्राईम ब्राचं ने 2 लाख से अधिक के जाली नोटो के साथ दबोचा
भोपाल। राजधानी की क्राइम ब्रांच टीम ने राजगढ के दो ऐसे युवको को ईटंखेडी इलाके से गिरफ्तार किया है, जो नकली नोट खपाने भोपाल आये थे। पुलिस ने उनके पास से पॉच-पॉच ओर दौ सौ के 2 लाख से अधिक के जाली नोट बरामद किये है। पुलिस ने उनके पास से जाली करेंसी सहित नोट तैयार करने के लिये प्रयोग किया जाने वाला कलर प्रिंटर भी जप्त किया है। बताया गया है कि दोनो आरोपी आंठवी ओर बाहरवी पास है, जिनमे एक मेडिकल स्टोर चलाता है, ओर दुसरा ड्रायवर है, आरोपियो ने अपने उपर हुए कर्जे को चुकाने के लिये नकली नोट तैयार कर उन्हे मार्केट मे खपाने की योजना बनाई थी, लेकिन इससे पहले की वो यह जाली करेंसी राजधानी मे खपाते उसके पहले ही पुलिस ने उन्हे दबोच लिया। क्राइम ब्रांच अफसरो ने जानकारी देते हुए बताया कि क्राईम ब्रांच टीम को मुखविर से सूचना मिली कि दो सदिंग्ध युवक नकली नोट रखे हुए लाबांखेडा ब्रिज के पास खडे है, जो यह नोट खपाकर फरार होने की फिराक मे है। मुखबिर से सूचना मिलते ही टीम ने दोनो सदिंग्धो को घेराबंदी कर पकडते हुए उनसे पुछताछ की। युवको की पहचान भूपेन्द्र यादव पिता स्व. हरिनारायण (30) निवासी ग्राम पाढल्या खेडी थाना कुरावर तहसील नरसिंहगढ जिला राजगढ ओर सोनू विश्वकर्मा पिता वंशीलाल (22) निवासी ग्राम सीलखेडा थाना मलावर जिला राजगढ मे रहने वालो के रुप मे हुई। आरोपियो की तलाशी लेने पर टीम को भूपेन्द्र यादव के पास से दौ-दौ सौ के 96 और पॉच-पॉच सौ के 24 नोट मिले। वहीं सोनू विश्वकर्मा की तलाशी लेने पर उसके पास दौ-दौ सौ के 204 नोट बरामद हुए। टीम ने जब उन नोटो को चेक किया तो उसमे एक ही सीरीज के कई नोट थे। शुरुआती कार्यवाही मे पुलिस को दोनो आरोपियो के से 72 हजार के नकली नोट बरामद हुए। आरोपियो से मिले नोट एकदम असली नजर आ रहे थे, जब क्राईम ब्राचं ने उन नोटो को बारीकी से चैक किया तो उसमें भारतीय रिजर्व बैंक पांच सौ रुपये हिन्दी में व रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया अग्रेंजी मे लिखा था, इन नोटो मे महात्मा गांधी की फोटो धुधंली सी बनी थी, गर्वनर अंग्रेजी में लिखा है, ओर हस्ताक्षर अंग्रेजी में है, जो पढने मे नही आ रहे थे। एक ही सीरीज के कई नोट होने ओर जॉच के बाद यह साफ हो गया कि बरामद नोट नकली है। इसके बाद टीम ने नकली नोटो को जप्त कर दोनो आरोपियों को गिरफतार कर धारा 489ए, 489सी सहित अन्य धाराओ मे प्रकरण दर्ज कर लिया। आरोपियो से की गई पुछताछ मे सामने आया कि आरोपी भूपेन्द्र यादव 12 वी पढा है, ओर मेडिकल की दूकान चलाता है, वहीं सोनू विश्वकर्मा ने ऑठवी तक पढाई की है, ओर वो ड्रायवरी का काम करता है। दोनो ने खुलासा किया कि उनपर उधारी बहूत अधिक हो गई थी, ओर आर्थिक तंगी के चलते कम समय मे अधिक पैसा कमाने के लिये उन्होने जाली नोट छापने की योजना बनाई ओर नोट छापने के लिये कलर प्रिंटर व अन्य सामान की व्यवस्था की थी। लेकिन पहली बार ही नोट छापने के बाद उन्होने उन्हे मार्केट मे खपाने की कोशिश की थी, जिसके पहले ही पुलिस ने उन्हे पकड लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी भूपेन्द्र यादव के किराये के मकान बाराद्वारी नरसिंहगढ मे नकली नोट तैयार किये गये थे, जिसकी निशानदेही पर टीम ने उसके कमरे पर जाकर पॉच-पॉच सौ के 270 ओर जाली नोट सहित कलर प्रिंटर व अन्य सामग्री जप्त कर ली। पुलिस ने दोनो जालसाजो से दो लाख सात हजार रूपये के नकली नोट जप्त किये है।  

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