अनोखा गणेश मंदिर जहां दो प्रतिमाओं एक रिद्धि विनायक और दूसरे सिद्धि विनायक की होती है पूजा
जयपुर । आज गणेश चतुर्थी है। देशभर में गणेश मंदिरों में उत्सव का माहौल है। इस खबर में हम आपकों बताते हैं राजस्थान के खास गणेश मंदिरों के बारे में। सिरोही के राडबर गांव में गणेशजी का प्राचीन मंदिर है। यहां दो प्रतिमाओं की पूजा होती है। एक रिद्धि विनायक हैं और दूसरे सिद्धि विनायक। कहा जाता है कि मंदिर पांडवकालीन है। प्रतिमाएं 5 हजार और 15 सौ साल पुरानी होने का दावा किया जाता है। चित्तौड़गढ़ में गंभीरी नदी के किनारे पर बड़ा गणेश मंदिर है। कहा जाता है कि टोंक और भीलवाड़ा रियासतों से रेवेन्यू इकटठा करने के लिए आने वाले पेशवाओं को गंभीरी नदी के किनारे जगह बहुत पसंद आई। वे गणपति को बहुत मानते थे। इसके बाद उन्होंने नदी के किनारे गणेश मंदिर की स्थापना कर दी। राजस्थान के कई गणेश मंदिरों में आज सिंजारा उत्सव मनाया जा रहा है। सिंजारे पर भगवान गणेश को मेहंदी अर्पित की जाती है। शनिवार को गणेश चतुर्थी उत्सव की धूम रहेगी। पंचमी को कई जगह शोभायात्राएं निकाली जाएंगी और भगवान गणेश को पालकी में बैठाकर नगर परिक्रमा कराई जाएगी। जयपुर सहित प्रदेश के प्रमुख गणेश मंदिरों में गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर कई आयोजन हो रहे हैं। मंदिरों को लाइट और फूलों से सजाया गया है। मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान और भगवान की विशेष झांकियां सजाई जा रही हैं। जयपुर शहर में मोती डूंगरी स्थित श्रीगणेश मंदिर, नहर के गणेशजी, गढ़ गणेश, परकोटा गणेश और ध्वजाधीश गणेशजी मंदिरों में खास कार्यक्रम हो रहे हैं।