मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के परीक्षितगढ़ इलाके में एक विवाहित महिला को उसके भाइयों की मदद से अपने प्रेमी के शव को नहर के पास फेंकने और सबूत छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने रविवार को बताया कि साजिद ने कथित तौर पर महिला की मौजूदगी में जहर खा लिया था। मेरठ के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) केशव मिश्रा ने कहा कि, महिला किठौर क्षेत्र के साजिद के गांव ललियाना की रहने वाली थी और उनके बीच दो दशक से अधिक समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। महिला की शादी परीक्षितगढ़ इलाके में हुई, जहां साजिद की वेल्डिंग की दुकान थी। मेरठ के एसपी ने कहा कि साजिद भी शादीशुदा था और उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। साजिद महिला के घर आता-जाता था और 25 जून को पति की अनुपस्थिति में उससे मिला था। उसने जोर देकर कहा कि वह उससे शादी करे, लेकिन महिला ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह अपने बच्चों को नहीं छोड़ सकती। पुलिस अधिकारी ने कहा कि साजिद ने उसे समझाने की कोशिश की और ऐसा न करने पर जहर खा लिया। डरी हुई महिला ने अपने भाइयों को सूचित किया और उन्होंने पुलिस को सूचित किए बिना शव को ठिकाने लगाने का फैसला किया। 25 जून की रात शव को जंगल में ले जाकर परीक्षितगढ़ इलाके में एक नहर के किनारे फेंक दिया। साजिद के परिवार को 30 जून को उनके घर के बाहर एक पत्र मिला, जिसमें दावा किया गया था कि साजिद मर चुका है और उसका शव नहर के किनारे से बरामद किया जा सकता है। उन्होंने पुलिस को सूचित किया और पत्र में उल्लिखित जगह से शव बरामद किया गया। मिश्रा ने कहा कि साजिद के फोन की लास्ट लोकेशन का पता उस मोहल्ले से चला, जहां एक महिला रहती थी। शक के आधार पर उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ में उसने पूरी कहानी का खुलासा किया। एसपी ने कहा कि महिला ने खुद को दोषी महसूस किया और सोचा कि शव अंतिम संस्कार के योग्य है। फिर उसने साजिद के परिवार को सूचित करने का फैसला किया और अपने भाई को साजिद के घर के बाहर एक गुमनाम पत्र छोडऩे के लिए कहा।