काशीपुर। अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने तहसील का निरीक्षण किया। उन्होंने तहसीलदार को अनुसूचित जाति के लोगों की भूमि विक्रय पर विशेष नजर रखने व सावधानियां बरतने के निर्देश दिए।
आज दोपहर उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने तहसील पहुंचकर अधिकारियों से आयोग में लंबित भूमि प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा की। इसमें उन्होंने अनुसूचित जाति के लोगों के जमीन संबंधित विभिन्न मामलों, जाति, आय प्रमाण पत्र बनाने मामलों, में होने वाली समस्याओं को सरलीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा जो भूमि बेची जा रही है उस पर खास नजर रखी जाये तथा इसकी जांच की जाये कि वह किसी के दबाव में आकर भूमि को तो नहीं बेच रहे। कहा कि पहाड़ी व मैदानों क्षेत्रों मंे अनूसूचित जाति के लोगों की स्थिति दयनीय है। पहाड़ों पर अनूसूचित जाति के लोगों को न तो शादी करने दी जा रही है, न घोड़ी पर चढ़ने दिया जा रहा है तथा दबंगों द्वारा उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। कहा कि इसी के चलते अनूसूचित जाति के लोग पहाड़ की भूमि को बेचकर पहाड़ों से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। कहा कि उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग इस लिये बनाया गया है जब अनुसूचित जाति के लोगों की कहीं सुनवाई न हो तो वह आयोग में शिकायत दर्ज करें जिससे उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि आयोग की नजर झूठी शिकायतों पर भी बनी हुई है। यदि कोई आयोग को झूठी शिकायत देता है तो आयोग उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है। इस दौरान
तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट, नायब तहसीलदार भूवन चन्द्र, राकेश चन्द्र, राजस्व निरीक्षक फूल सिंह, राम सिंह, समेत तहसील कर्मचारी मौजूद रहे।