नई दिल्ली । देश में कोरोना महामारी एक बार फिर तेजी से पैर पसार रही है। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट देश के अधिकांश राज्यों में फैल चुका है। इसी बीच केंद्र सरकार 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी की है। वयस्कों की तरह अब बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ डॉ आरएस शर्मा ने बताया कि 1 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चे वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए को-विन पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वे सभी लोग जिनका जन्म 2007 या उससे पहले हुआ है, वे सभी रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वैक्सीनेशन करा सकते हैं। वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या ऑनसाइट बुक किए जा सकते हैं। बच्चों को अभी कोवैक्सीन लगाई जाएगी।
जायडस कैडिला की जायकोव-डी को 20 अगस्त को ही मंजूरी मिल गई थी, लेकिन इसे अभी वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं किया गया है। यह वैक्सीन 12 साल से ऊपर के बच्चों को दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि दुनिया के कई देशों में बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। बच्चों पर वैक्सीन असरदार साबित हुई है। भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन का ट्रायल किया था, जो असरदार साबित हुआ है।
वैक्सीन के अभी तक कोई भी बड़े साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आए हैं। वैक्सीन लगने के बाद बुखार, बदन दर्द, इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जो कोवैक्सीन वयस्कों को दी जा रही है, वही बच्चों को भी दी जाएगी। इसलिए बच्चों की वैक्सीन में भी दोनों डोज के बीच 28 दिन का अंतर रहेगा। अगर 3 जनवरी को पहली डोज लग गई है तो 31 जनवरी के बाद दूसरी डोज लगवा सकते हैं।
कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन 1 जनवरी से शुरू हो चुका है। इसके लिए स्कूल आईडी या आधार कार्ड समेत सरकार द्वारा जारी कोई भी पहचान पत्र का उपयोग किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन पहले से इस्तेमाल फोन नंबर के साथ भी किया जा सकता है और नए नंबर से भी कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद या सीधे केंद्र पर पहुंचकर बच्चे टीका लगवा सकते हैं।