रुद्रपुर। श्रमिक संयुक्त मोर्चा के महासचिव चंद्रमोहन लखेड़ा ने आरोप लगाया कि सिडकुल की फैक्ट्री में नियम कानून का उल्लंघन कर श्रमिकों का खुलेआम उत्पीड़न किया जा रहा है। चेतावनी दी कि यदि श्रमिकों के हित में श्रम कानून का पालन कराकर न्याय नहीं किया गया तो श्रमिक आंदोलन करेंगे। वहीं भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष गणेश मेहरा ने चेतावनी दी कि यदि दो सप्ताह के भीतर कंपनियों के सभी पीड़ित मजदूरों को न्याय नहीं मिला तो 11 अगस्त को विधायक के आवास का घेराव किया जाएगा। शहर के एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में महासचिव लखेड़ा ने कहा कि सिडकुल की कुछ कंपनियों के श्रमिक जिला प्रशासन और श्रम विभाग की ओर से कराए गए त्रिपक्षीय समझौते को लागू करने को संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ कई कंपनियां समझौतों का उल्लंघन कर श्रमिकों का उत्पीड़न कर रही हैं। मोर्चा के प्रचार सचिव हरेंद्र सिंह ने बताया कि सिडकुल की डॉल्फिन कंपनी में स्थाई श्रमिकों को अकारण ठेकेदारी की नौकरी में नियोजित किया गया है। कई श्रमिकों को बिना सूचना दिए गेटबंदी की जा चुकी है। उन्हें न्यूनतम वेतन और बोनस भी नहीं दिया जा रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि विधायक शिव अरोड़ा ने सकारात्मक पहल कर कई वार्ताएं कीं और आश्वासन दिया कि 21 जुलाई को डॉल्फिन कंपनी के सभी छह श्रमिक नेताओं पर गुंडा एक्ट के तहत भेजे गए नोटिस और कायम वाद को निरस्त कर दिया जाएगा और श्रमिकों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक का आवास घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। यदि श्रमिकों की समस्याओं का समाधान न निकाला गया तो 31 जुलाई को कलेक्ट्रेट में संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहीं भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष गणेश मेहरा ने कहा कि यदि दो सप्ताह के भीतर कंपनियों के सभी पीड़ित मजदूरों को न्याय नहीं मिला तो 11 अगस्त को विधायक के आवास का घेराव किया जाएगा।