राज्यपाल ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला वैज्ञानिकों को किया सम्मानित
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ;से निद्ध ने गुरुवार को उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा आईआरडीटी सभागार, देहरादून में आयोजित महिला वैज्ञानिक काॅन्क्लेव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने विज्ञान एवं विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया और उनके प्रयासों की सराहना की। इस दौरान ‘‘युवा महिला वैज्ञानिक उत्कृष्टता सम्मान-2024’’ से डा. प्रतिक्षा जोशी, कु. तनुजा आर्या, कु. बहार अंजुम, डा. दीप्ति रावत को और ‘‘युवा महिला वैज्ञानिक उपलब्धि सम्मान-2024’’ से डा. मीनाक्षी राणा, डा. अर्चना ध्यानी, कु. बिनु सिंह, डा. निर्जरा सिंघवी, डा. मनु पंत, डा. श्र(ा बिष्ट, डा. नीतू पाण्डेय, डा. दिव्या सिंह एवं डा. पवनिका चन्दोला को सम्मानित किया गया। इसके अलावा 03 छात्राओं निहारिका नेगी, दृष्टि चैहान और श्रेया रौतेला को ‘‘विज्ञान चेतना छात्रा सम्मान’’ से सम्मानित किया। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं विज्ञान, तकनीकी, कौशल विकास, शिक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और तकनीकी नवाचारों में महिलाओं और युवाओं को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस आयोजन को महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित और प्रोत्साहित करने का एक सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि इससे बेटियों को विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में नई प्रेरणा मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाएं अपनी क्षमताओं और परिश्रम के माध्यम से प्रदेश की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं स्वरोजगार को बढ़ावा देकर आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में नया अध्याय लिख रही हैं। राज्यपाल ने यूसर्क द्वारा आयोजित नवाचारी कार्यक्रमों और पर्यावरणीय वैज्ञानिक गतिविधियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यूसर्क प्रदेश के युवाओं और महिलाओं को विज्ञान एवं तकनीकी के माध्यम से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने वहां लगी प्रदर्शनी का अवलोकन कर छात्राओं से संवाद किया। इस काॅन्क्लेव में गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चैहान और उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने सभी महिला वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए इस कॉन्क्लेव को उत्तराखण्ड में महिला शक्ति और विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया।