गोंडा। आपने बॉलीवुड का गाना -‘मुझे साजन के घर जाना है’ तो सुना ही होगा, यहां एक नई नवेली दुल्हन ने यह गाना गुनगुनाया कि पहले परीक्षा फिर साजन के घर जाना है। शादी के जोड़े में परीक्षा देने पहुंची दुल्हन को देखकर सब दंग रह गये। छोड़ी मुश्किल और सख्ती पर परीक्षा छोड़ देने के दौर में इस नव विवाहिता ने मिथक को तोड़ते हुए बुलंद हौसलों के साथ शिक्षा को वरीयता दी और अपनी ननद के साथ शादी के जोड़े में ही परीक्षा केंद्र पहुंच गई।
जिले के नवाबगंज इलाके के एसएमआई महिला महाविद्यालय विद्यालय में परीक्षार्थी दुल्हन निशा यादव की शादी बस्ती जिले में हुई थी। यह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। सामाजिक बंधनों को दरकिनार कर निशा समाजशास्त्र की द्वितीय पाली की परीक्षा देने दुल्हन के लिबास में ही पहुंच गई। छात्रा की शादी सिरौली गांव के बाबूराम पुत्र रामदेव के साथ हुई है। सात फेरे लेने के बाद साजन के घर न जाकर छात्रा सीधे परीक्षा केंद्र पहुंच गई, जहां दुल्हन का सभी लोगों ने स्वागत किया और हौसला भी बढाया। निशा ने कहा कि शिक्षा स्वयं और समाज सुधारने का एक बेहतरीन जरिया है। इसलिए सभी लोगों को शिक्षा ग्रहण करते हुए सभी जटिल बाधाओं को तोड़कर परीक्षा में अवश्य शामिल होना चाहिए।