– फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों की मदद से 40 मिनट बाद आग पर काबू पाया
मेरठ । मेरठ में रविवार देर शाम दिल को झकझोर देने वाला हादसा हुआ। कोतवाली से कुछ दूरी पर खंदक बाजार में आग की भयावह घटना को देखकर जर्रा जर्रा कांप गया। यहां एक घर में गैस सिलेंडर लीक होने से आग लग गई जिससे पूरा घर जलकर खाक हो गया। घर में लगी आग से बाहर निकल भागने के कारण परिवार के लोगो की तो जान बच गई, लेकिन कमरे में बेड पर लेटी 21 दिन और एक महीने की दो बच्चियों को साथ ले जाना भूल गए और देखते ही देखते दोनो मासूम बच्ची जलकर कोयला हो गई। आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियों की मदद से 40 मिनट बाद आग पर काबू पाया लेकिन दोनों बच्चियों को बचाया नहीं जा सका। आग की लपटों में घर के अंदर रखा पूरा सामान भी जल गया है। ऐसे में पूरा परिवार बेघर हो गया है। मेरठ के कोतवाली थाना क्षेत्र के खंदक बाजार में मोहम्मद इदरीश के बेटे मोहम्मद जुनैद परिवार के साथ रहता है। उसकी 21 दिन की बच्ची का नामकरण (अकीका) का कार्यक्रम था। जिसमें उसकी बहन शैला अपने पति इमरान के साथ दिल्ली से आई थी। रविवार शाम परिवार और रिश्तेदार मिलाकर कुल 18 लोग घर में मौजूद थे। करीब शाम साढ़े सात बजे जुनैद की पत्नी शाहिना रसोई में खाना बनाने के लिए गई थी। उस समय रसोई में गैस सिलेंडर रिसाव हो रहा था। शाहिना ने गैंस चूल्हा जलाने का प्रयास किया। तभी रसोई में रिसाव हो रही गैस ने आग पकड़ ली। आग की लपटे रसोई से बेडरूम तक आ गई। आग की लपटों को उठाता देख परिवार के में बाहर जाने की भगदड़ मच गई। सभी 18 सदस्य घर से बाहर पहुंच गए।
इसी बीच आग ने पूरे बेडरूम को अपनी चपेट में ले लिया। परिवार के सभी सदस्यों के बाहर पहुंचने पर पता चला कि जुनैद के बेडरूम में उसकी 21 दिन की बेटी अलीजा और बहनोई इमरान की 30 दिन की बेटी इनास अंदर ही रह गई। दोनों बच्ची बेड पर सो रही थी। परिवार के लोग दोनों बच्चियों को भूल गए। उन्हें जब तक याद आया, तो परिवार के सदस्यों ने दोनों बच्चियों को निकालने के लिए अंदर घुसे तब तक आग ने दोनों बच्चियों को अपनी चपेट में ले लिया था। आग इतनी भयंकर थी कि दोनों बच्चियां चंद मिनटों में कोयला हो गई। आग की सूचना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ और पुलिस मौके पर पहुंच गई। दकमल की गाड़ी भी मौके पर पहुंची, जब तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया था।उसके बाद दमकल की गाड़ी ने पानी डालकर आग बुझा दी। उसके बाद दोनों बच्चियों की राख को उठाया गया। दोनों बच्चियों की मौत के पूरा परिवार सदमे में आ गया है। मां शाहिना का तो रो रो कर बुरा हाल था। सीओ कोतवाली अरविंद चैरसिया का कहना है कि परिवार में बच्ची का नामकरण था। गैस लीक होने के चलते आग लगी। दोनों बच्चियों को परिवार के लोग कमरे से निकालना भूल गए। दरवाजा छोटा था। इसके चलते आग बुझाने में दिक्कत आई।