काशीपुर। पिछले काफी समय से आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार वन विभाग के द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो ही गया। काशीपुर रेंज स्टाफ द्वारा इस गुलदार का सफल रेस्क्यू किया गया। गुलदार को रेस्क्यू करने के बाद वन विभाग द्वारा प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया। काशीपुर के वन क्षेत्राधिकारी के मुताबिक पिंजरे में आया गुलदार नर गुलदार है और इसकी उम्र दो से ढाई वर्ष है। विदित हो कि मानपुर रोड स्थित कौशाम्बी कालोनी में पिछले काफी समय से गुलदार की आवाजाही के चलते आम जनमानस भयभीत हो गया था। गुलदार के द्वारा कुत्तों आदि पर हमला भी किया जा चुका था। कालोनीवासी काफी दहशत के साये में जीने को मजबूर थे। वन विभाग के द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए कौशांबी कालोनी में पिंजरा भी लगाया गया था जिसमें पिछले दिनों गुलदार उस पिंजरे में कैद हो गया था लेकिन वन विभाग का पिंजरा पुराना होने के चलते निकल भागा था। इसके बाद काशीपुर वन क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में उच्च अधिकारियों से अनुमति लेकर कौशांबी कालोनी में अन्य पिंजरे भी लगाए गए थे। देर रात काशीपुर रेंज स्टाफ द्वारा वन क्षेत्राधिकारी काशीपुर ललित कुमार आर्य के नेतृत्व में काशीपुर में मानपुर रोड कौशांबी कालोनी में लगाए गए पिंजरे में गुलदार पिजरे में फंस गया जिसके बाद गुलदार का वन विभाग के द्वारा सफल रेस्क्यू किया गया। काशीपुर के वन क्षेत्राधिकारी ललित कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पिंजरे में आए गुलदार की उम्र 2 से ढाई वर्ष है तथा वह नर गुलदार है । गुलदार का सफल रेस्क्यू करने वाली टीम में वन दरोगा बृजेश शर्मा, सरजीत सिंह, वन आरक्षी संदीप सिंह, गोविंद प्रसाद, नवीन चन्द्र, सुरेश चंद्र दैनिक श्रमिक आदि मौजूद रहे थे।