जबलपुर। जिले के आजाद नगर निवासी कपड़ा व्यवसायी दीपक कुलमाली हत्याकांड का पुलिस ने २४ घंटे में ही खुलासा कर दिया है। आरोपियों को हिरासत में लेकर की गई पूछाताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल भी कर लिया है। आरोपी और कोइ नहीं मृतक नाबालिग भांजा निकला, बता दें कि दीपक का रक्तरंजित शव गुरुवार को ही जीसीएफ खंडहर में मिला था। हत्या करने वालों ने उसके चेहरे व सिर को पत्थर आदि से बुरी तरह से कुचल दिया था। बताया जा रहा है कि दीपक की हत्या उसके छोटे बहनोई ने दोस्तों संग मिल कर किया था। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ दिनों पूर्व दीपक की बड़ी बहन के जेवर चोरी हो गए थे, जिसकी रिपोर्ट रांझी थाने में दर्ज कराई गई थी। इस मामले में छोटे बहनोई पर आरोप लगाया था। इस प्रकरण में दीपक भी बड़ी बहन के साथ था। इस पर छोटी बहन ने भी अंजाम बुरा होने की धमकी दी थी। ये बात दीपक की पत्नी प्रीति ने पुलिस को बताई जिस पर पुलिस सक्रिय हुई।
पुलिस के अनुसार दीपक गोकलपुर में कपड़े की दुकान चलाता रहा। वह अक्सर रात १० बजे के करीब घर लौटता था। लेकिन दीपक की पत्नी प्रीति ने पुलिस को बताया है कि उसकी बेटी बीमार थी, ऐसे में उसने पति को दवा लाने के लिए कहा तो दीपक ने रात नौ बजे तक दवा लेकर घर लौटने की बात कही थी। पर देर रात तक नहीं लौटे तो पत्नी ने मोबाइल पर कॉल किया। लेकिन वह स्विचऑफ मिला। दीपक की लाश जीसीएफ के खंडहर क्वाटर में मिली। इसी बीच किरायदार चंदन ने पुलिस को सूचित किया।
पत्नी के बयान से खुला राज…………….
सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने आला अफसरों को सूचित किया। थोड़ी ही देर में एफएसएल, डॉग स्क्वॉड टीम और एएसपी संजय अग्रवाल भी पहुंचे गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाया तो यह बात सामने आई कि दीपक के छोटे बहनोई बंटी उर्पहृ ओमप्रकाश सोमवुंहृवर और भांजे सौरभ सोमवुंहृवर व एक नाबालिग भांजा १६ वर्षीय ने मिलकर हत्या कर दी। पुुलिस के मुताबिक सौरभ ने दीपक के सिर र्में इंट मारा, गमछे से मुंह को बांध दिया, फिर बंटी और सौरभ ने पत्थर पटककर हत्या कर दी और तीनों वहां से भाग गये, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।