गोली लगने से खून से लथपथ था शव, जांच में जुटी पुलिस
मेरठ(ईएमएस)। मेरठ में एसएसपी आवास से चंद कदम दूर कार के अंदर व्यापारीका खून से लथपथ शव मिलने से हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में एसएसपी व एसपीसिटी के साथ फारेंसिक टीम पहुंच गई। मृतक व्यापारी के हाथ में पिस्टल थी।
मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। पुलिस हत्या और आत्महत्या को लेकरजांच में जुट गयी। कार में मौजूद दस्तावेजों के जरिए पुलिस ने व्यापारीके परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने बताया कि उन पर एक फाइनेंसर दबाव
बना रहा था। जिस वजह से वह तनाव में थे।सिविल लाइन इलाके में मोहनपुरी के रहने वाले योगेंद्र सिंह (48) की
पीएल शर्मा रोड पर इनवर्टर-बैटरी की दुकान है। इनकी पत्नी अनुपमाशिक्षिका है। योगेंद्र दोपहर दुकान से मारुति-800 कार से निकले थे। शाम5.30 बजे कार एसएसपी आवास के पास आईसीआईसीआई बैंक के पास खड़ी मिली। कुछलोगों ने कार में लाश देख पुलिस को सूचना दी। सूचना पर लालकुर्ती और
सिविल लाइन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कार खुलवा कर देखा तोकारोबारी कार की सीट पर खून से लथपथ हालत में पड़ा था। पुलिस को कार सेलाइसेंसी पिस्टल, एक खोखा और मोबाइल फोन मिला है। पुलिस ने मौके से
सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस ने बताया की सुसाइड नोट में लिखा हुआ थाकि आज मैं मर रहा हूं। मरने के अलावा कोई चारा नहीं है। सुसाइड नोट मेंफाइनेंसर का जिक्र था। इसमें लिखा है की फाइनेंसर मुझ पर दबाव बना रहा
है। पुलिस को कार में लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की है। इस मामले मेंपरिवार के लोगों ने पुलिस को बताया की वह कुछ समय से तनाव में थे। पुलिसको कार से डिपरेशन की दवाई भी मिली हैं। मृतक के भाई दीपक चैधरी नेफाइनेंसर राजकुमार सिरोही पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। बताया कि
पांच लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। राजकुमार ने चक्रवृद्धि ब्याज लगा दियाऔर दबाव बनाया जा रहा था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से परिवार केलोगों ने भी बताया कि योगेंद्र चैधरी ने फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था औरहर महीने 11 हजार रुपये पैसा जमा भी किया जा रहा था। फाइनेंसर के दबावमें ही आत्महत्या की है। कनपटी के पास गोली मारकर कारोबारी ने जान दी है।