Aaj Ki Kiran

एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भूमिका सेन पहुंचीं अपने गांव 

Spread the love

एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भूमिका सेन पहुंचीं अपने गांव

एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भूमिका सेन पहुंचीं अपने गांव 
एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भूमिका सेन पहुंचीं अपने गांव

हरिद्वार। बहरीन में आयोजित एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय बालिका कबड्डी टीम में शामिल भूमिका सेन अपने घर पहुंचीं। भूमिका के घर पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों से लेकर आम जनता ने जोरदार स्वागत किया।वहीं, भूमिका ने अपनी सफलता का श्रेय कोच और परिजनों के साथ कड़ी मेहनत को दी। बता दें कि भूमिका सेन हरिद्वार जिले के लक्सर तहसील के निरंजनपुर गांव की रहने वाली हैं।उनके पिता सुरेंद्र कुमार किसान हैं।परिवार में माता बबीता देवी और दो छोटे भाई-बहन हैं।अभी भूमिका लंढौरा के निजी कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर की छात्रा है। भूमिका ने हाईस्कूल की शिक्षा भिक्कमपुर के मदर मैरी स्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई गुरुकुल नारसन के निजी कॉलेज से की है।जिसने अब भारतीय बालिका कबड्डी टीम में शामिल होकर देश के लिए गोल्ड मेडल दिलाया है। वहीं, बहरीन में आयोजित एशियन यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय बालिका कबड्डी टीम में शामिल भूमिका सेन की सफलता पर उनके परिजन और ग्रामीण गदगद हैं।
भूमिका ने बताया कि सफलता के लिए उन्हांने कड़ी मेहनत की।वो रोजाना 8 किमी साइकिल से प्रैक्टिस और पढ़ाई के लिए भिक्कमपुर जाती थीं।वर्तमान में कोच सुमित मुखिया के निर्देशन में वो गांव में ही कबड्डी की प्रैक्टिस करती हैं। भूमिका सेन ने बताया कि शुरूआत में परिजन ने उन्हें खेलने से रोका, लेकिन बाद में सफलता मिलने पर परिजनों ने उन्हें हर संभव सहयोग दिया।वो अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और परिजनों व अपने कोच को देती हैं। अब भूमिका का सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम रोशन करना है।जिसके लिए वो अभी से ही खुद को तराश रही हैं।साथ ही जमकर पसीना बहा रही हैं।भूमिका ने देश को गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
वहीं, छात्रा की सफलता पर उनके स्वजन और ग्रामीण भी गदगद हैं।देर रात तक भूमिका के घर पर बधाई देने वालों के पहुंचने का सिलसिला चलता रहा।परिजनों ने भी परिवार की बेटी की सफलता पर खुशी जताई है।