Aaj Ki Kiran

उत्तराखंड के नव निर्माण के लिए आम आदमी पार्टी को बस एक मौका दे : मनीष सिसोदिया

Spread the love

काशीपुर ।दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज एक वर्चुअल संबोधन में उत्तराखंड की जनता से अनुरोध किया है कि देवभूमि को चमकाने और उत्तराखंड निर्माण के शहीदों के सपनों का प्रदेश बनाने के लिए इस बार आम आदमी पार्टी को मौका दें ।
श्री सिसोदिया ने साफ कहा कि उत्तराखंड बने 21 वर्ष हो चुके हैं मगर भाजपा और कांग्रेस ने विकास करने के बजाय बारी बारी से सत्ता हथियाकर दोनों हाथों से इस प्रदेश को लूटा है ।यही कारण है कि आज उत्तराखंड विकास नहीं कर पाया आज भी पहाड़ की माता और बहने प्रसव पीडा होने पर अस्पतालों के अभाव में दम तोड़ देती है ।स्कूलों की हालत यह है कि उत्तराखंड के केवल 2% बच्चों को बेहतर स्कूलों में शिक्षा मिलती है और 98% बच्चे निम्न स्तर की शिक्षा पा रहे हैं । पहाड़ से पलायन जारी है और अपना प्रदेश बनने के बाद भी उत्तराखंड के लोगों के चेहरे पर जो खुशी होनी चाहिए थी वह नहीं है ।आज उत्तराखंड कर्ज में डूबा हुआ है। श्री सिसोदिया ने कहा कि अब से पहले उत्तराखंड की जनता के पास भाजपा और कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं था लेकिन अब आम आदमी पार्टी सशक्त विकल्प के रूप में उत्तराखंड में आई है और उसका सपना है कि उत्तराखंड को ऐसा विकास मॉडल बनाया जाए जो पूरे देश के लिए एक उदाहरण बने ।इसके लिए उत्तराखंड की जनता को इस बार भाजपा कांग्रेस को दरकिनार कर आम आदमी पार्टी को मौका देना चाहिए जैसा ।हमने अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में जैसे दिल्ली को चमकाया है ऐसा ही उत्तराखंड को चमकाएंगे ।हम घोषणा नहीं करते बल्कि गारंटी देते हैं इसलिए एक मौका जरूर दें ।यदि हम अपने वायदे पर खरे नहीं उतरे तो अगली बार देवभूमि वासी हमें वोट ना दें। यह बात हम गर्व के साथ इसलिए कहते हैं क्योंकि हमने दिल्ली में करके दिखाया है ।भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में यह बात कहने की हिम्मत ही नहीं है। उत्तराखंड मैं बिजली बनती है इसलिए यहां के लोगों को भी दिल्ली के लोगों की तरह फ्री बिजली लेने का अधिकार है ।वर्चुअल संबोधन के दौरान आम आदमी पार्टी के चुनाव कंपैन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली जिला अध्यक्ष मुकेश चावला जिला उपाध्यक्ष अभिताभ सक्सेना अमित सक्सेना सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में बैठकर इस वर्चुअल संबोधन को सुना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *