आरओबी की मजबूती पर सवाल, कंक्रीट के टुकड़े टूटकर गिरने से दहशत
-भारी वाहनों के लिए किया बंद, कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन

काशीपुर। सात साल में बनकर तैयार हुआ रेलवे ओवर ब्रिज फिर से सुखिर्यो में आ गया है। बीती रात्रि करीब 10.30 बजे एमपी चैक के पास ओवर ब्रिज के एक हिस्से से कंक्रीट के टुकड़े टूटकर नीचे गिर गये। गनीमत यह रही कि उस समय उसकी चपेट में कोई नहीं आया वरना कोई दुर्घटना भी घट सकती थी। वहीं जिस एरिये से पत्थर के टुकड़े गिरे हैं उस एरिये के ऊपर सड़क के हिस्सा भी काफी धंस गया है। संभवतः इसी कारण नीचे से कंक्रीट के टुकड़े नीचे गिरे होंगे। वहीं एनएच व पीडब्लूडी अधिकारियों ने भी आरओबी के क्षतिग्रस्त होने का निरीक्षण किया। आज इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता संदीप सहगल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी भी मौके पर पहुंच गये और विधायक व पूर्व विधायक का घेराव करते हुए एमपी चैक पर धरने पर बैठ गये और भष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। वहीं विधायक त्रिलोक सिंह चीमा भी मौके पर पहुंचे और कहा कि इस मामले को लेकर एनएच व पीडब्लूडी अधिकारियों के साथ वार्ता होनी है अभी इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उधर मौके पर पहुंचे तहसीलदार पंकज चंदोला, उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, सीओ दीपक सिंह, कोतवाल अमर चंद्र शर्मा ने पुलिस बल एवं सीपीयू के साथ मौके पर निरीक्षण किया गया, साथ फ्लाई ओवर पर हैवी वाहन पर रोक लगा दी गई है। आज दिन निकलते ही सोशल मीडिया व क्षेत्र में इस मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा कि 7 साल में बन कर तैयार हुआ रेल ओवर ब्रिज महज 1 साल के भीतर धंसने और झड़ने लगा। यहां यह भी बता दें कि जब से रेल ओवर ब्रिज बनना शुरु हुआ तभी से इसमें कुछ न कुछ होता रहता है। बनते समय इसके बेढंगे डिजाईन की चर्चा होती रही तो बनने के बाद से इसके कमजोर होने की चर्चायें भी चलती रहीं।