
अनिल शर्मा
ठाकुरद्वारा ( मुरादाबाद )
कोतवाली के गांव तरफ दलपतपुर में पुल के निकट नदी किनारे बने प्राचीन गुदड बाबा के नाम से प्रचलित स्थान पर बने मंदिर में बीती रात किसी समय अज्ञात अराजक तत्वों ने मंदिर परिसर में हमला बोलकर मंदिर में लगी भगवान शिव, गणेश, ब शनिदेव की मूर्तिया तोड़कर खंडित कर दी । पता उस समय चला जब मंदिर परिसर में रह रहे बाबा जयपाल पुजारी सवेरे 4:00 बजे मंदिर परिसर की सफाई आदि करने उठे तो देखा कि मंदिर में लगी भगवान शिव श्री गणेश भगवान की मूर्ति अपने स्थान से नीचे गिरी पड़ी थी मंदिर का दरवाजा खुला था यह तो देख पुजारी हैरत में पड़ गए मंदिर के मुख्य गेट सड़क किनारे लगी भगवान शनि देव की मूर्ति भी नीचे गिरी पड़ी थी । इसकी सूचना उन्होंने ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण भारी संख्या में स्त्री महिलाओं के बच्चों के साथ एकत्र हो गए ग्रामीणों ने अराजक तत्वों के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया । कोतवाली प्रभारी मोहित चौधरी , एसएसआई दिनेश उपाध्याय भारी पुलिस बल के साथ मंदिर परिसर में पहुंचकर टूटी मूर्तियों के संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया । इस संबंध में पुजारी से भी पूछताछ की गई । पुजारी ने बताया कि सवेरे 4:00 बजे उठकर देखा तो वहां पर जगह जगह लग लगे बल्ब टूटे पड़े थे । बाद में रोशनी करने के बाद टूटी मूर्तियां देख कर ग्रामीणों को सूचना दी । सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे । ग्रामीणों ने पुलिस से आ रहे तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की । गुस्साए ग्रामीणों को कोतवाली प्रभारी ने समझा-बुझाकर शांत किया । ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे दो हैंडपंप एक इनवर्टर, मंदिर का कलश, लाउडस्पीकर भी कई बार चोरी हो चुके हैं । पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई I बताया कि मंदिर में लगी बजरंगबली मूर्ति को भी अराजकता कौन में तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन अराजक तत्व बजरंगबली की मूर्ति का बाल बांका भी नहीं कर सके I पुजारी ने बताया कि उन्हें किसी तरह का कोई एहसास नहीं हुआ सिर्फ सवेरे को ही घटना की जानकारी मिली । जबकि बाबा महाशिवरात्रि के पर्व से कुछ दिन पूर्व से ही मंदिर परिसर की देखभाल कर रहे हैं I पूछताछ के बाद पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में भगवान शिव ,गणेश ब शनि देव की मूर्ति को जानवरों की मदद से वाहन में रखवा कर राम नंदा नदी किनारे बने बेलखेड़ा घाट पर रामगंगा नदी में विधि विधान से विसर्जित कराया गया सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है ।

11 वर्ष पूर्व भी अराजक तत्वों ने इसी मंदिर में तोड़फोड़ कर दी थी मूर्तियां खंडित
गांव तरफ दलपतपुर के पूर्व प्रधान मनोहरी सिंह, अमर सिंह, राशन डीलर विक्रेता सुखबीर सिंह, पंकज कुमार, योगेश कुमार, नेतराम सिंह, मोतीराम अजय कुमार सैनी ने बताया कि करीब 11 वर्ष पूर्व भी अराजक तत्वों ने मंदिर परिसर में लगी मूर्तियों को तोड़कर खंडित किया था I उस समय ग्रामीणों ने मंदिर परिसर पर स्थित प्रांगण में सड़क पर जमकर हंगामा करते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर चक्का जाम भी किया था । उस समय प्रशासनिक अधिकारियों ने खंडित मूर्तियों के स्थान पर दूसरी मूर्ति लगवाने का आश्वासन दिया था लेकिन वह आश्वासन पूरा आश्वासन निकला बाद में ग्रामीणों ने ही अपने से सहयोग से पुनः मूर्तियां स्थापित करायी । क्षेत्र का माहौल खराब करने के लिए एक बार फिर आ जाएगा तत्वों ने मंदिर में लगी मूर्तियों को खंडित कर माहौल खराब करने का प्रयास किया है । ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे अराजक तत्वों के विरुद्ध मुख वीरों का जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए ।