ट्रांसपोर्ट ब्रोकर हत्याकांड का खुलासा, तीन हत्यारोपी गिरफ्तार

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-चाकू व सरिया, मृतक की बाइक, मोबाइल व कमरे की चाबी बरामद

काशीपुर। ट्रांसपोर्ट ब्रोकर हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। विदित हो कि मूल रूप से मुरादाबाद निवासी करीब 40 वर्षीय मुकेश कुमार एक ट्रांसपोर्टर के पास ब्रोकर का काम करता था। उसका यहां ग्राम प्रतापपुर में मकान है। वह मकान में अकेला रहता था। मुकेश का 29 जनवरी से फोन नहीं लग रहा था। शनिवार को उसका भाई मंगल सिंह जब उसके घर पहुंचा तो घर पर ताला लगा हुआ था और अंदर से बदबू आ रही थी। पुलिस दरवाजे का ताला तोड़कर मकान में दाखिल हुई। कमरे में बदबू आने और कोई दिखाई न देने पर जब पुलिस ने बेड खोलकर देखा तो अंदर मुकेश का क्षत-विक्षत शव पड़ा था। रविवार को मृतक मुकेश के भाई मंगल सिंह ने पुलिस को तहरीर सौंपकर बताया कि 29 जनवरी को उसके भाई के साथ गौतम बाल्मिकी पुत्र राजूराम निवासी गुरुद्वारे के पास प्रतापपुर, रवि उर्फ मोगली पुत्र रामू निवासी हनुमान कालौनी प्रतापपुर व दीपक पुत्र भूप सिंह निवासी सैनिक कालौनी, चांदपुर प्रतापपुर ने शराब पी थी। मंगल सिंह ने उक्त तीनों पर भाई की हत्या करने का शक जताया। साथ ही कहा उसके भाई की बाइक, मोबाइल और नकदी भी गायब है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया था।
आज मामले का खुलासा करते हुए एसपी काशीपुर अभय सिंह व सीऐ वंदना वर्मा ने बताया कि केस दर्ज करने के उपरांत गठित की गई पुलिस टीम ने तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त दीपक ने बताया कि उसकी दोस्ती मुकेश के साथ थी। हम अक्सर साथ बैठकर शराब पीते थे। मंैने मुकेश की दोस्ती रवि उर्फ मोगली और गौतम बाल्मीकि से करायी थी। पहले भी दो-तीन बार हम लोग मुकेश के कमरे में गये थे। मुकेश अक्सर दीपक के घर आता था। दीपक ने बताया कि वह उसकी रिश्तेदारी में आता है। 29 जनवरी को दीपक मुझे प्रतापपुर बाजार में मिला और अपने साथ ले गया। मैंने गौतम को भी फोन करके बुलाया और बताया कि मुकेश के पास पांच-पांच सौ रूपये की नोटों की गड्डी है और वह लड़की की व्यवस्था करने को कह रहा है। फिर हम पैदल-पैदल जंगल गये और मुकेश को बताया कि लड़की की व्यवस्था हो गयी है। मुकेश आ गया था लेकिन वहां दिन में लोगों की आवाजाही के कारण उसे मारने की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद मुकेश के साथ कच्ची शराब खरीदकर, बाजार से खाना लाकर रात करीब साढ़े आठ बजे हम तीनों मुकेश के घर चले गये। वहां हमने शराब पी। मुकेश को ज्यादा नशा होने और उसके सो जाने पर उसे ठिकाने लगाने की पूरी तैयारी कर ली। रवि को मुकेश की घर की छत पर निगरानी के लिये भेजा, जोकि आने-जाने वालों पर नजर रखने लगा। दीपक के मुताबिक उसने और गौतम नेे चाकू और सरिया से मुकेश की हत्या कर लाश को बैंड के अंदर डाल कर कम्बल ढक दिया तथा उसकी जेब से पन्द्रह सौ रूपये निकालकर तीनों ने पांच-पांच सौ रूपये बांट दिये। मुकेश का फोन दीपक ने अपने पास रख लिया। सीओ वन्दना वर्मा ने बताया कि रविवार को तीनों मृतक मुकेश की बाइक बेचने के इरादे से भाग रहे थे कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीनों को प्रतापपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। बताया कि पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू व सरिया के साथ ही मृतक की बाइक, मोबाइल व कमरे की चाबी बरामद कर ली है। पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई अशोक कांडपाल, धीरेन्द्र सिंह परिहार, संतोष देवरानी, नवीन बुधानी, देवेन्द्र सामन्त, चित्रगुप्त व हेड कांस्टेबल गणेश चन्द्र, कांस्टेबल हेमचन्द्र, मुकेश कुमार, मनोज कुमार, सुरेन्द्र सिंह, जगदीश फत्र्याल व नरेन्द्र बोहरा शामिल थे।

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