काशीपुर। पुलिस कर्मी बताकर सर्राफ से लाखों की ठगी करने के आरोपी की पहचान पुलिस ने कर ली है। वर्तमान में वह मध्य प्रदेश की जेल में है। वह कानपुर के चर्चित इरानी गैंग का सदस्य बताया गया है। पुलिस आरोपी के खिलाफ बी-वारंट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। बीती 16 सितंबर को एक व्यक्ति मौहल्ला किला स्थित सुभाष चन्द्र की सर्राफे की दुकान पर पहंुचा। उसने खुद को काशीपुर कोतवाली में तैनात बताते हुए अपनी बेटी की शादी के लिए सोने के जेवरात खरीदने की इच्छा जताई और सोने की अंगूठी व कान की बाली दिखाने को कहा। सुभाष ने उसे कुछ अंगूठियां और कानों की बालियां दिखाई लेकिन उसने कुछ और डिजाइन दिखाने को कहा। इस पर सुभाष ने हनुमान मंदिर के पास स्थित दूसरी दुकान से जेवर लाकर उसे दिखाए। इसी बीच उसने नाती के लिए सोने की दुरियां दिखाने को कहा। सुभाष जेवर अलमारी में रखकर दुरिया लेने चला गया। वापस आया तो दुकान पर कोई नहीं था। तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की शिनाख्त का प्रयास किया। सर्विलांस से मिली लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उसकी तलाश में लक्सर ;रूड़कीद्ध में भी दबिश दी। पुलिस ने आरोपी का नाम पता टेªस कर लिया। वह सीतापुर से भी ठगी के मामले में बंद हो चुका है। पुलिस ने बताया कि पहचान में आया फरमान, कानपुर के इरानी गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वह ठगी के मामले में मध्य प्रदेश की जेल में है। उसके बयान दर्ज करने के लिए काशीपुर से एक टीम मध्य प्रदेश भेजी जाएगी। इसके बाद अदालत से उसके खिलाफ बी-वारंट लिया जाएगा।