
काशीपुर। पुलिस ने पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी की हत्या का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले का चाुलासा करते हुए एसपी अभय सिंह ने बताया कि बुधवार 3 मई को मौहल्ला कानूनगोयान निवासी करन शर्मा ने कोतवाली काशीपुर को सूचना दी कि उनके मौहल्ले में ही रहने वाला टेक चन्द्र पुत्र अमरनाथ उनके घर आया और उसके पिता पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी से बातचीत के दौरान प्लॉट के लेने-देने के सम्बन्ध में झगड़ा करते हुये कहने लगा कि मैं तुझे जान से मार दूंगा और चला गया। उसके थोड़ी देर बाद उनके पिता अपनी मोटर साईकिल से अपने आफिस की तरफ चले गये जहां पहले से घात लगाये टेक चन्द्र ने उनके पिता विपिन शर्मा पप्पी के ऊपर फावड़े से तेजी से वार करने शुरू कर दिये, जिससे उसके पिता की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। एसपी ने बताया कि करन शर्मा की तहरीर केआधार पर कोतवाली में टेक चन्द्र के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं टेक चन्द्र मय फावड़े के कोतवाली में पहुंच गया और उसने कहा कि उसने पूर्व पार्षद विपिन शर्मा की हत्या कर दी है। जिस पर टेक चन्द्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
पुलिस पूछताछ में आरोपी टेक चंद पुत्र अमरनाथ ने बताया कि वह कानूनगोयान मोहल्ले में मां बालसुंदरी देवी मंदिर के पास रहता है और ठेके पर खेती करता है। साथ ही सीजनल आम व अमरूद के बाग भी ठेके पर लेता है। बताया कि जानवर पालने के लिये घर के पास जमीन की जरूरत पड़ रही थी। घर के समीप ही एक खाली प्लाट था जिसे पूर्व पार्षद विपिन शर्मा उर्फ पप्पी अपना बताता था। प्लाट खरीदने की बात कहने पर पूर्व पार्षद राजी हो गया। मोलभाव कर 800 रुपये स्क्वायर फिट के हिसाब से बात पक्की हो गई। प्लाट 1348 फिट था, जिसकी कीमत 10 लाख 78 हजार रुपये हो रही थी। यह अगस्त 2022 की बात है। जब प्लॉट खरीदने की बात पक्की हो गई तोे पूर्व पार्षद ;पप्पी मेम्बरद्ध को 50 हजार रुपये बयाने के तौर पर दे दिये। इसी बीच कभी 20 हजार रुपये कभी 25 हजार रूपये में पप्पी मेम्बर को देता रहा। नवंबर 2022 तक पप्पी मेम्बर को करीब दो लाख रुपये दे चुका था। पप्पी मेम्बर ने और पैसे मांगे तो कहा कि पहले प्लाट की रजिस्ट्री करो तभी बाकी पैसे दिये जायेंगे। तब पप्पी मेम्बर ने बताया कि यह प्लाट मेरे नाम पर नहीं है। यह प्लाट जसपुर क्षेत्र की रहने वाली दो विधवाओं के नाम पर है। मैं उन्हें बुलाता हूं। पप्पी मेम्बर ने उन्हें 20 दिसम्बर 2022 को काशीपुर बुलाया। यहां प्लाट का सौदा तय होने के पश्चात पप्पी मेम्बर ने मेरी चेक बुक से उन दो औरतों को 6 लाख रुपये देने के लिये 2-2 लाख के तीन चेक अपने पास रख लिये। उन औरतों ने कहा कि हमें पैसे जल्दी चाहियंे आप हमंे ये पैसा आरटीजीएस के माध्यम से दे दो। तब मेरे द्वारा दोनों महिलाओं के खाते में 3-3 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से डाले गये व एक-एक लाख रुपये अलग से दिये गये। उस दिन प्लाट की रजिस्ट्री मेरे नाम हो गई। रजिस्ट्री के बाद उन तीनों चेकों में से 2 चेक पप्पी ने मुझे वापस कर दिये परन्तु एक चेक उसने अपने पास रख लिया तब से वह उस चेक के नाम पर मुझे हमेशा टार्चर करते हुए कहता था मैं इस चेक को लेकर थाने जाऊंगा या तुझे कोर्ट में रगड़ दूंगा। पप्पी मेम्बर के ज्यादा दबाव देने पर मैने 3 दिन पहले ही उसके घर जाकर उसे 19 हजार रुपये भी दिये थे। बुधवार शाम को करीब 5 बजे मैं अपने धनौरी पट्टी के खेत से काम कर बाइक से वापस लौट रहा था। मेरी बाइक में फावड़ा टंगा था। जब मैं अपने मौहल्ले में पहुंचा तो मुझे पप्पी मिला। उसने मुझे रोका और कहने लगा कि तू मेरे पैसे आज ही दे नहीं तो उस चेक को में कोर्ट में लगाकर तुझे जेल भेजता हूँ। तू एक बार उस चेक को देख तो ले, कहते हुये मुझे जबरन अपने घर ले गया। वहां फाईल से निकालकर उस चेक को दिखाते हुए अभी पैसे देने का दबाव डालने लगा। इसी बीच हम दोनों में झगड़ा हो गया। मैं पप्पी मेम्बर से वो चेक छीन कर तेजी से बाहर की तरफ भागा। इसी बीच हमारी दुबारा धक्का मुक्की हुई। मैं तेजी से पप्पी के घर से निकला और बाहर खड़ी बाइक पर बैठकर अपने घर की ओर चल दिया। रास्ते में उस चेक को फाड़कर फेंक दिया। मेरे घर पहुंचने तक पप्पी भी मेरे पीछे आ गया और मेरे घर के पास फिर से हम दोनों का झगड़ा हो गया। मैंने पप्पी को दो चार घूसे जड़े तो वह नीचे गिर गया। मेरा शरीर गुस्से से कांपने लगा। मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था। इसी बीच मैंने बाइक में टंगा फावड़ा निकाल लिया उससे पहले तो पप्पी मैम्बर की टांग और उसके बाद उसके मुंह व सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिये। थोड़ी देर तड़पने बाद मौके पर ही पप्पी की मौत हो गयी। इससे घबराकर मैं फावड़े को लेकर सीधे कोतवाली पहुंचा और सरेण्डर कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी के कब्जे से आला ए कत्ल फावड़ा तथा घटना में प्रयुक्त मोटर साईकिल को बरामद कर लिया। पुलिस टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई नवीन बुधानी, विनोद जोशी, अशोक कांडपाल, धीरेन्द्र सिंह परिहार, संतोष देवरानी, दीपक जोशी, कंचन पड़लिया, कां. गौरव सनवाल, सुरेन्द्र सिंह, मनोज कुमार, प्रेम सिंह कनवाल तथा गिरीश मठपाल शामिल थे।