रत्नाकर दिवस का हर्षोल्लास पूर्ण समापन हुआ

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रत्नाकर दिवस का हर्षोल्लास पूर्ण समापन हुआ

काशीपुर। भावाधस की स्थापना 24 मई 1964 को लुधियाना (पंजाब) वाल्मीकि धर्म के प्रथम गुरु वीरेश विकल जी महाराज ने की थी और आज यह संगठन भारत के 15 प्रान्तों में कार्य कर रहा है उक्त विचार
भावाधस (भीम) भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश भीम अनार्य जी ने कहे, वह स्वागत बैंक्विट हॉल डिलारी, ढकिया में स्थापना दिवस पर आयोजित रत्नाकर दिवस पर वाल्मीकि समाज को संबोधित कर रहे हैं अनार्य जी ने कहे कि भावाधस देश में एक निशान, एक प्रधान, और एक विधान पर कार्य कर रहा है तथा अन्य महापुरुषों की तरह भगवान वाल्मीकि जी को सम्मान दिलाना है। इस अवसर पर राष्ट्रीय संचालक राहुल राही ने कहा कि भावधस (भीम) आज भारत के 15 प्रान्तों में कार्य कर रहा है तथा पूरे देश में जय वाल्मीकि का नारा बुलन्द करना है। राष्ट्रीय प्रचारमंत्री कैलाश एकलव्य, राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री शिवनंदन टाक, प्रदेश सचिव विजय आनर्य, आदि ने विचार रखे। इस अवसर पर अनिल कुमार, किरेन्द्र कुमार, अमित कुमार, सागर कुमार, दीपक सहदेव, रामपुर से कमल द्रविड़, दिलिप वाल्मीकि, यूथ विंग प्रदेश अध्यक्ष एकलव्य वाल्मीकि, अभिषेक बाबू, राहुल सिंह ने विचार व्यक्त किये, अध्यक्षता जगदीश वाल्मीकि ने की, अनार्य जी ने सतीश पर्चा को राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री, करन कुमार को मंडल अध्यक्ष, महिंद्रा पाल को मंडल उप अध्यक्ष, नीगम पवार को जिला अध्यक्ष को महिला विंग बिजनोर, एवं कमल द्रविड़ को जिला अध्यक्ष रामपुर बनाने की घोषणा की। जिसकी उपस्थित लोगों ने जोर दार नारो के बीच स्वागत किया।

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