मेरठ । प्रीत विहार दिल्ली से अगवा किए गए पांच साल के मासूम मानव की मेरठ में हत्या कर दी गई। इंचौली थाना क्षेत्र के मवाना रोड स्थित नंगली ईशा गांव के जंगल में बच्चे का शव मिला। इसे कुत्ते नोंच रहे थे। कुत्तों ने सिर और एक हाथ धड़ से अलग कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली के प्रीत विहार से 30 नवंबर को दीपक (19) ने पड़ोसी हीरालाल के मासूम बेटे मानव को अगवा किया था। पुलिस ने आरोपी दीपक को सोमवार दोपहर में गिरफ्तार कर लिया। मेरठ में मवाना रोड स्थित नंगली ईशा गांव के जंगल में आरोपी की निशानदेही पर शव टुकड़ों में बरामद किया। घटना के बारे में आरोपी ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है। आशंका जताई जा रही है कि तांत्रिक क्रिया के लिए बच्चे की बलि दी गई है।
यह मंजर रूह कंपा देने वाला था। नंगली ईशा गांव में जंगल में हत्या कर फेंके गए बच्चे मानव के शव को टुकड़ों में देखकर पिता हीरालाल का कलेजा कांप उठा। मंगलवार सुबह क्षत-विक्षत शव का दृश्य देखना मुश्किल हो रहा था। कुत्ते शव नोंच रहे थे। एक कुत्ता सिर को मुंह में लेकर जंगल में करीब 30 मिनट तक दौड़ता रहा। देर से पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से खूंखार कुत्ते से सिर को छुड़वाया। लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि पुलिस समय रहते बच्चे का शव तक सुरक्षित नहीं रख पाई।
मंगलवार सुबह 9:30 बजे मवाना रोड पर सड़क किनारे ग्राम प्रधान युद्धवीर सिंह के ईख के खेत के कुछ लोगों ने कुत्तों का झुंड देखा। कुत्ते बच्चे के शव को नोंच रहे थे। ग्रामीणों ने यह मंजर देखा तो कुत्तों को दौड़ाया, तभी एक कुत्ता बालक के सिर को मुंह में दबाकर जंगल की तरफ भाग गया। सूचना पर 10:00 बजे इंस्पेक्टर इंचौली पुलिस टीम के साथ पहुंचे। पुलिस और ग्रामीण जंगल में बालक का सिर को ढूंढने में लग गए। करीब 30 मिनट बाद सिर कुत्ते से छुड़ाया गया। उसका एक हाथ भी गायब था। वह भी बहुत बाद में मिला। शव की यह दुर्दशा देख हर कोई हैरान था। इस हालत में शव को पहचानना भी मुश्किल हो रहा था।
वहीं, दिल्ली पुलिस मंगलवार दोपहर आरोपी दीपक के साथ इंचौली थाने पहुंची। बाद में दीपक की निशानदेही पर शव बरामद किया गया। दीपक ने बताया कि वह मासूम को लेकर रिश्तेदार के पास मेरठ आया था। तीन दिसंबर को यहां मासूम की गला दबाकर हत्या की और फिर शव खेत में फेंक दिया।
घर के बाहर खेलते समय अगवा किया था
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मासूम परिवार के साथ प्रीत विहार की झुग्गियों में रहता था। परिवार में माता-पिता के अलावा दो बहनें हैं। पिता रिक्शा चालक हैं, जबकि मां घरों में सफाई करती हैं। 30 नवंबर की शाम को मानव घर के बाहर खेल रहा था। तभी दीपक उसे बहलाकर ले गया।
इसके बाद वह नहीं लौटा। बाद में पकड़े गए दीपक ने बताया था कि उसने मासूम की हत्या कर शव को इंचौली के गांव में फेंक दिया है।