
काशीपुर। संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन पेश किये गये महिला आरक्षण बिल पर खुशी जाहिर करते हुए पूर्व पार्षद एवं भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष कविता यादव ने इसे मोदी सरकार का एक बड़ा कदम बताया।
उन्होंने कहा कि इस प्रावधान के अंतर्गत लोकसभा एवं दिल्ली विधानसभा व राज्य के अन्य विधानसभा में 33 परसेंट महिला आरक्षण प्रभावी रहेगा। इस ऐतिहासिक बदलाव के बाद से महिलाओं की राजनीति में सक्रियता बढ़ जाएगी। इस बिल को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाला ने पेश किया। इस बिल के पास होने के पश्चात महिलाओं के लिए आरक्षण 15 वर्षों तक प्रभावी रहेगा साथ ही सीटों का आवंटन रोटेशनल प्रणाली के तहत किया जाएगा। कविता यादव ने कहा कि इस बिल को प्रथम बार 12 सितंबर 1996 को संसद में पेश किया गया था लेकिन कांग्रेस के विरोध के कारण यह बिल लोकसभा एवं राज्यसभा में पास नहीं हो सका। यह बिल 27 वर्षों से लटका हुआ है। इस बिल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब नई संसद में पेश किया। इस बिल के पास होने के बाद हमारी संसद में महिलाओं की संख्या 181 हो जाएगी। यह मातृशक्ति के लिए बड़ा गर्व का विषय है। पीएम मोदी ने इस बिल का नाम नारी शक्ति बंधन अधिनियम रखा है। इस बिल का देश की महिलाओं ने जोर-शोर से स्वागत किया। इससे यह सि( होता है कि नारी शक्ति का विकास केवल भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है।