मरणोपरांत भी सतीश अरोरा की आंखें देखेंगी दुनिया

फोटो.2 सतीश अरोरा
काशीपुर। वसुधैव कुटुम्बकम् के माध्यम से काशीपुर क्षेत्र में 17वां नेत्रदान कराया गया। बीती 28 जून की रात में मार्केट निवासी सतीश अरोरा के देहावसान के पश्चात उनकी पत्नी संगीता अरोराए पुत्र रतन अरोराए पुत्री साक्षी ओबरॉयए पुत्री निधि शर्मा व भाई सुशील अरोरा ने नेत्रदान की सहमति प्रदान कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। सतीश अरोरा की मृत्यु के बाद भी अब उनकी आंखें दुनिया देखती रहेंगी। उनके नेत्रदान से दो नेत्रहीनों के नेत्र प्रकाशित होंगे और उनके प्रिय जन उनकी स्मृति को अमरत्व प्रदान करेंगे। वसुधैव कुटुम्बकम के दायित्वधारियों की देखरेख में मुरादाबाद आईध्नेत्र विभाग की टीम ने कागजी औपचारिकता पूरी कर ब्राह्मलीन सतीश अरोरा के शरीर से दान की गई आंखे यकॉर्नियाद्ध प्राप्त कीं। वसुधैव कुटुम्बकम के संरक्षक योगेश जिंदलए अध्यक्ष विकास जैनए कोषाध्यक्ष सौरभ अग्रवाल संस्थापक सदस्य अजय अग्रवालए आशीष गुप्ताए दीपक मित्तलए अनुज सिंघलए अंकुर मित्तलए प्रियांशु बंसलए सीए सचिन अग्रवाल ने इस महान कार्य के प्रति नेत्रदानी परिवार का आभार व्यक्त किया और परम पिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति की प्रार्थना की। साथ ही क्षेत्र वासियों से मरणोपरांत नेत्रदान कराने में सहयोग का आहवान किया। ब्रह्मलीन सतीश अरोरा के नेत्रदान में राजकुमार सेठीए मुकेश अग्रवालए सुरेन्द्र छाबड़ाए अंकित अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।