काशीपुर। वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री व कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अलका पाल ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को आंकड़ों का मकड़जाल बताया। उन्होंने कहा कि प्रस्तुत बजट में महिला सशक्तिकरण और पिछड़े वर्ग के नाम पर केवल आंकड़ों की बाजीगरी की गई है। सरकार इस बात को स्पष्ट करने में नाकाम रही कि देश के अंदर आटा, दाल, खाद्यान्न तेल के दाम कैसे कम होंगे। महिला सशक्तिकरण के नाम पर केवल गुमराह करने के लिए बचत पत्रों का सहारा लेना सरकार की नाकामी को दर्शाता है। सरकार पिछले दरवाजे से जनता की गाढ़ी कमाई पर एक बार फिर डाका डालने का काम कर रही है। उधर वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा नेे बजट को देश की आम जनमानस के लिए राहत भरा बताया। उन्होंने कहा कि बजट में मध्यमवर्गीय जनमानस, महिलाओं, बिजनेसमैन, शिक्षा, टेक्स तथा दैनिक उपयोग में लाई जा रही वस्तुओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। वास्तव में वित्त मंत्री का बजट सराहनीय है और देश की अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने बाला है।