फिरोजाबाद। दो प्रेमियों का प्रेम करना ही गुनाह हो गया। युवती के घर वाले दोनों को दिल्ली से बुलाकर गला दबाकर हत्या कर शव यमुना में फेंक दिए। मामले का खुलासा तब हुआ जब लड़की के पिता को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया। अब दोनों के शव यमुना में गोताखोर तलाश रहे हैं।
सिरसागंज के जहांगीरपुर गांव के उत्तम (20) पुत्र सुघर सिंह यादव और नेहा (19) पुत्र देवीराम यादव में प्रेम संबध बन गए। कई बार दोनों को साथ पकड़ा गया। युवती के परिवार ने मेलजोल पर रोक के लिए उत्तम और उसके परिवार से कहा था। हंगामा भी हुआ था। 31 जुलाई को दोनों अचानक लापता हो गए। दोनों के परिवार उन्हें खोजने में जुटे थे।
10 अगस्त को उत्तम के पिता सुघर सिंह ने थाना सिरसागंज में अपने बेटे की गुमशुदगी की बात बताई। इसके बाद 12 अगस्त को अपहरण की आशंका का मुकदमा दर्ज कराते हुए नेहा के पिता देवीराम पुत्र लाला राम, उसके भाई शिवराज, गांव के श्याम बिहारी पुत्र अनवर सिंह, रोहित पुत्र श्याम बिहारी, राहुल पुत्र राकेश, अमन उर्फ मोनू पुत्र नेत्रपाल, चालक गुंजन निवासी कुतुकपुर को नामजद कराया था।
पुलिस ने शक के आधार पर नेहा के पिता देवीराम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने कबूल किया कि उत्तम और नेहा को उसने दिल्ली में पकड़ा था और दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद सहयोगियों की मदद से शवों को नौरंगी घाट यमुना में फेंक दिया था। इस कबूलनामे के बाद सिरसागंज पुलिस अब आगरा पुलिस की मदद से नौरंगी घाट पर स्टीमर से यमुना में प्रेमी युगल के शव तलाशने में लगी है।