प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्मध्वज फहराया

अयोध्या। निर्धारित शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्मध्वज फहराया। जैसे ही केसरिया ध्वज पवन के संग लहराया, पूरा परिसर ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गूँज उठा। क्षण भर में वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया और श्रद्धालुओं की भावनाएँ उमंग में बदल गईं।उनकी उपस्थिति में आज एक और अध्याय स्वर्णिम अक्षरो में लिखा गया। पीएम मोदी के बटन दबाते ही झंडा धीरे-धीरे ऊपर चढ़ता हुआ मंदिर के शीर्ष पर विराजमान हो गया। पीएम मोदी इन पलों में भावुक नजर आए। इस ध्वज की लंबाई 22 फीट, चैड़ाई 11 फीट और दंड 42 फीट का है। इसे 161 फीट ऊंचे शिखर पर स्थापित किया गया। ध्वज पर तीन विशेष चिन्ह अंकित है। सूर्य, ओम और कोविदार। इस ध्वज को सूर्य भगवान का प्रतीम भी माना जाता है। ध्वजारोहण के समय सामने की कतार में साधु-संत बैठे हुए थे। वह भी भावुकता में अपने आंसू पोछते हुए नजर आए। इस कार्यक्रम में देश-दुनिया के करीब आठ हजार लोग आमंत्रित किए गए थे। पीएम ने ध्वजारोहण कर राष्ट्र को सनातन परंपरा की अखंडता, आस्था और सांस्कृतिक स्वाभिमान का संदेश दिया।इस मौके पर देश-दुनिया से आए संत-महंत, विशिष्ट अतिथि और हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच राम नगरी उत्सव के रंग में डूबी रही। सात हजार अतिथि समारोह के साक्षी बने।, जिनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, , धर्मगुरु, व्यापार जगत के प्रमुख नाम, दलित, वंचित, किन्नर और अघोरी समुदाय के प्रतिनिधि शामिल रहे। राम मंदिर का ध्वजारोहण समारोह पूरा हो गया। इस मौके पर पीएम मोदी सहित साधु-संत भावुक नजर आए।
