छतरपुर। जिले के नारायणपुरा में एक पांच साल का बच्चा खुले बोर में गिर गया। घटना ओरछा रोड थाना क्षेत्र के नारायणपुरा और पठापुर गांव के पास की है। मासूम दीपेंद्र को निकालने के लिए एसडीआरएफ ने रेसक्यू आपरेशन शुरू कर दिया है। दीपेंद्र को सांस लेने में दिक्कत न हो इसलिए आक्सीजन की व्यवस्था कर दी गई है। घटना के बाद से ही बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी और लोगों की भीड़ इक_ा हो गई है। सभी दुआ कर रहे हैं कि दीपेंद्र को सुरक्षित वापस निकाला जा सके। मौके पर एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स) की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ देर पहले छतरपुर में बोरवेल में फंसे बच्चे दीपेंद्र यादव की मां से फोन पर चर्चा कर उन्हें ढांढस बंधाया, रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी और बच्चे को निकालने में पूरी मदद का आश्वासन दिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार, मासूम दीपेन्द्र यादव 40 फीट की गहराई पर फंसा है। घटना में स्वजन ने बताया है कि एक साल पहले बोर खुदवाया था, पानी नहीं निकला तो केवल झाडिय़ों से ढक दिया, बारिश से पहले खेत एक सा कराया था तो झाडिय़ां भी किनारे कर दी।
दीपेंद्र को बाहर निकालने के लिए रेसक्यू टीम ने बोरवेल के पास ही एक और गड्ढा खोदना शुरू कर दिया है। यह खुदाई जेसीबी के जरिए की जा रही है। रेसक्यू टीम की योजना सुरंग के रास्ते दीपेंद्र को बाहर निकालने की है। हालांकि बारिश रेसक्यू टीम के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मुख्य सचिव एवं छतरपुर कलेक्टर से इस घटना के संबंध में चर्चा की है। इसके बाद उन्होंने एसडीआरएफ के अधिकारियों से भी बात की। फिर प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया और रेसक्यू आपरेशन तेज गति से शुरू हो गया है।
नारायणपुर में रहने वाले अखिलेश यादव का 5 वर्षीय पुत्र दीपेंद्र यादव खेत में खेल रहा था। इसी दौरान वह खेलते-खेलते बोरवेल की तरफ चला गया। कोई उसे देख पाता इसके पहले ही वह बोरवेल में गिर गया। इसके बाद तत्काल घटना की जानकारी जिला प्रशासन एवं पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचकर रेसक्यू टीम ने बच्चे को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। हालांकि बारिश ने रेसक्यू टीम की परेशानी को बढ़ा दिया है।
बोरवेल में फंसे बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है। प्रशासन घटना स्थल पर है और बच्चे को निकालने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैवहीं अधिकारियों के मुताबिक करीब 30 फीट गहरे गड्ढे में दीपेंद्र फंसा हुआ है। कैमरे के जरिए बच्चे की पूरी लोकेशन बाहर अधिकारियों को अब दिखाई देने लगी है।