आगरा। एक पति ने दो पत्नियों का खर्चा उठाने में नाकाम होने पर एक का गला घोंट दिया था। सिक्योरिटी एजेंसी संचालक पति उदय सिंह चाहता था कि दोनों पत्नी एक साथ एक छत के नीचे रहें लेकिन ज्योति इसके लिये तैयार नहीं थी। पुलिस की छानबीन में हत्या का यह कारण निकलकर सामने आया है। पुलिस आरोपी को गुरुवार को जेल भेज रही है।
सिकंदरा के पश्चिमपुरी स्थित शेखर एन्क्लेव निवासी सिक्योरिटी एजेंसी संचालक उदय सिंह ने पत्नी ज्योति की गला दबाकर हत्या कर दी थी। पत्नी की हत्या के बाद वह सिकंदरा थाने पहुंच गया था। ज्योति के पिता बाबूराम दारोगा थे। उनके निधन के बाद पत्नी सोना देवी नौकरी कर रही हैं। सिकंदरा के अटूस निवासी उदय सिंह की ज्योति से चार वर्ष पहले मुलाकात हुई थी। दोनों प्यार हो गया। तीन वर्ष पहले उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली थी।
पुलिस की छानबीन में सामने आया कि उदय और ज्योति के बीच रोज झगड़ा हो रहा था। वह दोनों पत्नियों को साथ रखना चाहता था। ज्योति इसके लिए तैयार नहीं हुई तो उदय ने उससे दूसरे शहर में रहने के लिए कहा था। इसके साथ ही उसने अपना और ज्योति का मोबाइल नंबर बदलने के लिए भी कहा था। पति चाहता था कि दोनों ही अपने परिवारों से कोई संबंध या संपर्क नहीं रखें।
मामले के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि पति उदय ने पूछताछ में बताया कि वह दो गृहस्थी का खर्चा नहीं उठा पा रहा था। वह दोनों पत्नी को गांव में एक साथ रखना चाहता था। ज्योति चाहती थी कि वह पहली पत्नी और बच्चों से कोई संबंध न रखे। मंगलवार को इसे लेकर विवाद बढ़ता चला गया था। जिस पर उसने क्रुद्ध होकर ज्योति का गला दबा दिया।