पानीपत । हरियाणा के पानीपत जिले में बिजली विभाग के दफ्तर में डिप्टी सुपरिटेंडेंट द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मृतक का यमुनानगर के बिलासपुर में लाखों रुपए के गबन के मामले में नाम आया था। मामले में पुलिस जांच कर रही थी। इस बात से मृतक परेशान चल रहा था, जिसके बाद उसने यह कदम उठा लिया।
बता दें कि पानीपत के समालखा में बिजली निगम के दफ्तर में तैनात डिप्टी सुपरिटेंडेंट चक्रवर्ती शर्मा ने ड्यूटी के दौरान जहर खा लिया। जहां कर्मचारियों द्वारा मृतक को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत को गंभीर देखकर डॉक्टरों ने उस पानीपत रेफर कर दिया।जहां पानीपत के निजी अस्पताल में चक्रवर्ती शर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जहर खाने से पहले डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने 4 पेजों का एक सुसाइड नोट भी लिखा था। चक्रवर्ती शर्मा का नाम यमुनानगर के बिजली निगम के दफ्तर से लाखों रुपए गबन करने के मामले में आया था। मामले में जांच चल रही थी। इसकारण चक्रवर्ती शर्मा मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे और दफ्तर में आकर उन्होंने सल्फास की गोलियां खा ली। उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई कर्मचारियों ने उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा उसे पानीपत रेफर कर दिया गया।इलाज के दौरान पानीपत के एक निजी अस्पताल में डिप्टी सुपरिटेंडेंट चक्रवर्ती शर्मा की मौत हो गई।सुसाइड नोट में डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने अपनी मौत का जिम्मेदार यमुनानगर के बिजली निगम के अधिकारियों को बताया है।