काशीपुर। उपजिलाधिकारी ने सोमवार को क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण के दौरान दो महिला डॉक्टर ड्यूटी से नदारद मिलीं। उपजिलाधिकारी ने दोनों का वेतन काटने की संस्तुति की है। स्वीपर की तैनाती भी नहीं पाई गई। उपजिलाधिकारी ने अव्यवस्थाओं से डीएम को अवगत करा दिया है। उपजिलाधिकारी आकांक्षा वर्मा ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह साहनी के साथ पीएचसी गढ़ीनेगी, महुआखेड़ागंज, परमानंदपुर, नारायण नगर का निरीक्षण किया। पीएचसी गढ़ीनेगी में व्यवस्था ठीक पाई गई। पीएचसी महुआखेडागंज में डॉ. सुरभी अनुपस्थित पाई गईं। यहां इमरजेसी में बिजली के लिए जनरेटर, वार्ड ब्वाय, स्वीपर की व्यवस्था नहीं है। स्टाफ ने चार आक्सीजन युक्त बेडों की व्यवस्था की मांग की। पीएचसी परमानदपुर में डॉ. राधा अनुपस्थित पाई गईं जिसकी सूचना डीएम को दी गई। यहां फार्मासिस्ट की भी व्यवस्था नहीं है। पीएचसी नारायणनगर मेें आक्सीजन बेड की सुविधा है और अधिक ऑक्सीजन बेडों की आवश्यकता है। उपजिलाधिकारी ने बताया कि अनुपस्थित डॉक्टरों के अनुपस्थित दिन का वेतन काटने और अस्पतालों में आक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाने की संस्तुति की गई है। उपजिलाधिकारी ने जनता से कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन लगवाने की अपील की है।