दुमका । झारखंड के दुमका में घर के अंदर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई आदिवासी बेटी अंकिता की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब एक और आदिवासी नाबालिग लड़की की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। मरने वाली किशोरी की उम्र 14 साल के आसपास है और वह 4 माह की गर्भवती बताई जा रही है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने लव जिहाद की आशंका जताई है।
दुमका शहर से सटे श्रीअमड़ा गांव में शनिवार को एक 14 वर्षीय आदिवासी किशोरी का शव पेड़ से लटका मिला है। शनिवार को तड़के जब लोग मॉर्निंग वॉक को निकले तो रस्सी के सहारे पेड़ से लटके किशोरी के शव को देखा। लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। दिग्घी चौकी की पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया।
अरमान नाम का युवक गिरफ्तार
पुलिस द्वारा काफी प्रयास के बाद मृतका की शिनाख्त हो सकी। मृतका जामा में अपने मौसा-मौसी के यहां रहती थी। जानकारी के अनुसार, मृतक किशोरी 4 माह की गर्भवती बताई जा रही है और इस मामले में अरमान नाम के युवक की गिरफ्तारी हुई है। जो राज मिस्त्री का काम करता है।
हालांकि, पुलिस अधिकारी इस मामले पर अब तक कुछ भी बोलने या बताने से परहेज कर रहे हैं। नाबालिग किशोरी जिले के रानेश्वर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। अभी यह पता नहीं चल सका है कि किशोरी ने आत्महत्या की है या किसी ने हत्या कर शव को पेड़ से लटकाया है।
श्रीअमड़ा में पेड़ से एक नाबालिग की लाश बरामद होने की सूचना मिलते ही भाजपा नेत्री डॉ. लुईस मरांडी ने मुफस्सिल थाना पहुंच घटना कर पुलिस से घटना के संबंध में जानकारी ली और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग ही है।
बाबूलाल मरांडी ने जताई लव जिहाद की आशंका
वहीं, भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने इस घटना को लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि झारखंड की आदिवासी बच्चियों पर अत्याचार का ये सिलसिला कब थमेगा? दुमका में एक और नाबालिग आदिवासी बच्ची राज्य की ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था की भेंट चढ़ गई। जेहादी तत्व सुनियोजित तरीके से संथाल के सांस्कृतिक ढांचे की कब्र खोद रहे हैं और आपकी नींद नहीं खुल रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अरमान के जिहादी अरमानों का शिकार हुई यह संताल आदिवासी बच्ची महज चौदह साल की थी। इस मामले के लव जिहाद के इंटरनेशनल नेटवर्क से जुड़े होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता?