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पॉचवी कक्षा के छात्र ने मॉ की साडी का फंदा बनाकर लगा ली फांसी

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– पलंग के उपर रखा टेबल ओर उसपर खडे होकर सीलींग फैन पर बनाया फंदा
भोपाल। राजधानी मे 10 साल के पॉचवी कक्षा मे पढने वाले किशोर द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। मृतक नाबालिग परिवार का इकलौता बेटा था, उसकी एक बड़ी बहन है। घटना के समय किशोर घर मे अकेला था, उसके पिता काम पर गये थे, वही मॉ बेटी के साथ बाजार गई थी। इस दोरान किशोर ने अपनी मॉ को फोन लगाकर उससे बातचीत करते हुए बाजार से खाने के लिये कुछ अच्छा लाने का कहा था। लेकिन जब मॉ घर पहुचीं तब तक छात्र खुदकुशी कर चूका था। दिल दहला देने वाली यह घटना अशोका गार्डन थाना इलाके की है। छात्र ने यह आत्मघाती कदम क्यो उठाया, फिलहाल इसके कारणो का खुलासा नहीं हो सका है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरु कर दी है। थाना पुलिस ने बताया कि नंबर 3ध्53 एक्तापुरी मे रहने वाले अक्षत सिंह फोटोग्राफर है। उनके परिवार मे उनकी पत्नि स्नेहलता, 16 साल की बेटी ओर छोटा बेटा 10 साल का रुद्रांश है। रुद्राक्ष जवाहर स्कूल में कक्षा पांचवी का छात्र थ। स्नेहलता गृहणी हैं। बीती शाम को छात्र की मां बड़ी बेटी के साथ उसकी आंसरशीट जमा करने स्कूल गई थी। स्नेहलता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने जाने से पहले बेटे को भी साथ मे चलने के लिए कहा था, लेकिन उसने जाने से इंकार कर दिया ओर अकेला घर मे ही रुक गया। बताया गया है कि बेटी के साथ स्नेहलता कुछ सामान लेने बाजार भी चली गई, इसी बीच बाजार में उनके पास बेटे रुद्राक्ष का फोन आया, जिसने उनसे खाने के लिये अच्छा खाना लेकर आने की बात कही थी। स्कूल ओर बाजार का काम निपटाकर देर शाम जब स्नेहलता घर पहुंची तो उन्होने देखा कि कमरे के अंदर बेटे रुद्राक्ष का शरीर दुपट्टे के सहारे पंखे पर बंधे फांसी के फंदे पर झूल रहा था। मां और बहन ने शोर मचाकर आसपास के लोगो को बुलाया और तत्काल ही रुद्राक्ष को फंदे से उतारकर उसे एक निजी अस्पताल लेकर पहुचे, जहां डाक्टरों ने शुरुआती चेकअप के बाद ही उसे मृत घोषित कर दिया।  अस्पताल से मिली सूचना पर पहुचीं पूलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिये भेज दिया, जहॉ से बाद मे शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस के अनुसार शुरुआती जॉच मे किशोर के परिजन खुदकुशी का कोई भी कारण नहीं बता सके है। उनका कहना है कि रुद्राक्ष मोबाइल भी कम इस्तेमाल करता था। वहीं आत्महत्या के पहले भी परिजनो द्वारा बच्चे के साथ किसी भी तरह की डॉट-फटकार लगाने की बात से इनकार किया है। मृतक छात्र के पिता अक्षत सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा मोबाइल में गेम नहीं खेलता था, वो सिर्फ ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल का प्रयोग करता था, ओर पढ़ने में होशियार था। समझ नहीं आ रहा कि उसने ऐसा कदम क्यो उठाया। अधिकारियो ने बताया कि नाबालिग ने सीलिंग फैन से फांसी लगाई है। उसने पंखे में फंदा लगाने के लिए पलंग के ऊपर ऊंची टेबल रखी। ओर फिर टेबल पर चढ़कर मां के ही दुपट्‌टे का फंदा पंखे में बनाया और झूल गया। पुलिस को शुरुआती जॉच मे घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट या अन्य सुराग नहीं मिला है। मामला कायम कर पुलिस आगे की जॉच कर रही है।

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