-घटना के दौरान फेज-4 की रहने वाली एक महिला भी गाड़ी में मौजूद थी
-पीजीआई रैफर हरप्रीत सिंह की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है
मोहाली। यहां अमृत कनफेक्शनरी के पीछे खड़ी आई-10 कार में 33 साला व्यक्ति ने संदेहास्पद हालत में खुद को गोली मार के ली। जब हरप्रीत सिंह ने खुद को गोली मारी, उस समय उसके साथ फेज-4 की रहने वाली एक महिला भी गाड़ी में मौजूद थी। हरप्रीत सिंह ने अपने 32 बोर के लाइसैंसी पिस्तौल के साथ सिर में गोली मार के ली। हरप्रीत सिंह प्राईवेट सुरक्षा अफसर के तौर पर काम करता है। हरप्रीत सिंह को घायल हालत में चीमा हस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक होने के कारण उसे पीजीआई रैफर कर दिया गया है। हरप्रीत सिंह की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है।
फेज-4 मोहाली की निवासी सर्बजीत कौर ने बताया कि हरप्रीत सिंह उसे 5 महीने से जानता है। कुछ समय से वह उसे बुरी तरह परेशान कर रहा था। हरप्रीत सिंह सर्बजीत कौर को उसके परिवार खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कह रहा था। 8 दिन पहले भी सर्बजीत ने अपने पति रवजोत सिंह के साथ मिल कर हरप्रीत सिंह खिलाफ फेज-1 थाने में तंग-परेशान करने की शिकायत दी थी। उस समय पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया था परन्तु सुबह 11.45 बजे सर्बजीत कौर अपनी आई-10 गाड़ी में किसी काम के लिए फेज-5 आई थी। हरप्रीत सिंह अपने मोटरसाईकल पर पहले ही वहां मौजूद था। जब सर्बजीत कौर कार में बैठने लगी तो हरप्रीत ने अपना लाइसैंसी पिस्तौल निकाल लिया और गन्न प्वाइंट पर सर्बजीत कौर को डरा कर कार में बिठा लिया। उसने सर्बजीत कौर को कहा कि उसने बहुत जरूरी बात करनी है परन्तु दोनों बीच कुछ ऐसा हुआ कि हरजीत सिंह ने सर्बजीत को गोली मारने के लिए पहले अपनी पिस्तौल निकाली और फिर खुद को गोली मार ली। घायल हरप्रीत के पिता हरजीत सिंह ने बताया कि उसके लड़के की सर्बजीत कौर के साथ इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। दोनों फोन पर बात करते थे। एक दिन उसे सर्बजीत कौर के पति रवजोत ने अपनी कोठीमें बुलाया, जहां उसको बताया गया कि हरप्रीत उसकी पत्नी को तंग करता है। वही रवजोत और उसके परिवार ने हरप्रीत और हरजीत सिंह दोनों की मारपीट की थी। हरप्रीत इसी बात संबंधित सर्बजीत को मिलने आया था परन्तु जब सरबजीत घर नहीं पहुंची तो उसका पति रवजोत वहां पहुंच गया, जहां हरप्रीत ने उसके सामने ही खुद को गोली मार के ली। हरजीत सिंह ने सर्बजीत कौर और उसके पति रवजोत सिंह खिलाफ थाने में शिकायत दी है। इन्हीं दिनों प्रशासन ने विधानसभा मतदान के मद्देनजर समूह लाइसेंस धारकों को अपना लाइसैंसी हथियार संबंधित थाने में जमा करवाने की हिदायतें जारी की हैं परन्तु इसके बावजूद हरप्रीत सिंह ने अपना पिस्तौल थाने में जमा नहीं करवाया था। मामले सम्बन्धित एसएचओ शिवदीप बराड़ ने कहा कि अभी तक कोई बयान दर्ज नहीं किया गया है। घायल का पीजीआई में इलाज चल रहा है। घायल हरप्रीत के पिता ने शिकायत दी है, इसकी पड़ताल की जा रही है। दोनों की आपस में पुरानी जान -पहचान थी, सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। फिलहाल अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।