नई दिल्ली (अमेरिका)। भारत में कोरोना और ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच राहत भरी खबर के रूप में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) की विशेषज्ञ समिति ने भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। स्वदेशी नेजल वैक्सीन का बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को मंगलवार को डीसीजीआई की विशेषज्ञ समिति की हुई बैठक में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीसीजीआई की विशेषज्ञ समिति ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर मान्यता दे दी है। इस संबंध में मंगलवार को एक अहम बैठक भी हुई थी। इसमें भारत बायोटेक कंपनी की नेजल वैक्सीन (नाक के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन) को बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी देने पर विचार किया गया।
दरअसल, भारत बायोटेक ने इसके इस्तेमाल के लिए सरकार से मंजूरी मांगी थी।
भारत बायोटेक का कहना है कि दो डोज लगवा चुके लोगों को अगर बूस्टर डोज दिया जाता है, तो उसकी नेजल वैक्सीन अच्छा विकल्प साबित हो सकती है। इसके साथ ही, भारत बॉयोटेक अब अपनी इस नई कोरोना रोधी वैक्सीन का तीसरे चरण का अध्ययन व बूस्टर खुराक का परीक्षण करेगी। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 58,097 नए मामले आए। दिल्ली, महाराष्ट्र बंगाल, यूपी, पंजाब, कर्नाटक और तमिलनाडु में कोरोना संक्रमितों की संख्या में जोरदार इजाफा हुआ है। कोरोना के कुल मामलों में महाराष्ट्र का योगदान सबसे अधिक है। बीते एक दिन में महाराष्ट्र में कोरोना के करीब साढ़े 18 हजार नए केस सामने आए हैं, जबकि कोरोना से 20 लोगों की जान चली गई।