
वन विभाग की टीम ने रेवेन्यू ऑपरेशन चलाकर बचाई तेंदुए की जान
अनिल शर्मा
ठाकुरद्वारा / मुरादाबाद
उत्तराखंड के जसपुर उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद की सीमा पर स्थित तहसील ठाकुरद्वारा क्षेत्र में तेंदूओं की संख्या लगातार बढ़ जाने से क्षेत्र के लोगों में भय होता जा रहा है । आए दिन कोई ना कोई घटना प्रकाश में आती रहती है इसी के चलते ठाकुरद्वारा सीमा पर स्थित कासमपुर गाब के किसान के खेत में स्थित तेंदुआ दौड़ता हुआ गिर गया । पता उस समय चला जब गांव के किसान कुए के निकट से गन्ना छीलने के लिए अपने खेतों पर जा रहे थे तेंदुए ने आवाज सुनकर दहाड़ लगानी शुरू कर दी । किसानों ने तेंदुए को को में पौधे इसकी जानकारी जसपुर पुलिस पर वन विभाग की टीम को दी । कुछ देर में यह सूचना आग की तरह क्षेत्र में फैल गई कुएं में पड़े तेंदुए को देखने के लिए आसपास के एक दर्जन गांव के लोग मौके पर जुट गए । मौके पर पहुंची पनवेल राजभर पुलिस की टीम ने इसी तरह लोगों की फिल्म को समझा-बुझाकर घटनास्थल से काफी दूर किया । कई घंटे चले रब ने ऑपरेशन के बाद वन विभाग की टीम ने चाली डालकर तेंदुए को पकड़ कर पिंजरे में कैद कर लिया I बताते चलें कि 3 दिसंबर को सन्यासी वाला अमिय वाला गांव के निकट एक मछली के तालाब में पानी पीने के दौरान तेंदुआ गिर गया था । मीटिंग में उसे भी रेवेन्यू ऑपरेशन अभियान चलाकर पकड़ा था ।
सूचना पर कांग्रेस विधायक आदेश चौहान अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर गांव के कुएं में गिरे गुलदार को देखने पहुंचे। गांव के ग्रामीणों को उन्होंने हमेशा जंगली जानवरों से सावधान रहने की अपील की I
तराई पश्चिम वन प्रभाग के डीएफओ बलवंत सिंह साही ने बताया कि गुलदार की सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंच गई थी। ट्रेंकुलाइज के भी आदेश विभाग से मिल गए थे, लेकिन जाल की मदद से रेस्क्यू कर गुलदार को पिंजरे में बंद कर लिया गया है, जिसे मेडिकल परीक्षण के बाद जंगल मे छोड़ दिया ह्रै ।
विधायक आदेश चौहान ने बताया कि गन्ने के खेतों की आड़ लेकर जंगली जानवर उस में छुप कर बैठ जाते हैं। उन्होंने गांव वालों से सतर्कता बरतने एवं किसी भी जानवर मिलने की सूचना तुरंत वन विभाग को देने की अपील की है। उधर जसपुर से सटे ग्राम कासमपुर में गुलदार मिलने की सूचना क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा का विषय बनी हुई है।