-मामा और नानी ने फंदे से उतारा, फिर ले गए अस्पताल तब बची जान
पानीपत। हरियाणा के पानीपत में न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी एक युवती ने पानीपत के ही विकास नगर के रहने वाले नीरज से प्रेम विवाह किया था। युवती की ये
दूसरी शादी थी। यह शादी अंतरजातीय थी जिसे नीरज के परिजन स्वीकार नहीं कर सके। इसके चलते दोनों पति-पत्नी अलग रहने लगे। आरोप है कि कुछ समय तक तो सब कुछ
ठीक-ठाक रहा लेकिन बाद में पीड़िता का पति परिवार के साथ मिलकर उसे परेशान करने लगा। बात-बात पर उसे जातिसूचक गालियां दी जाने लगी। यह सिलसिला लगातार चलता रहा
और वह बर्दाश्त करती गई। पीड़िता के मुताबिक, एक दिन हद हो गई जब उसके पति ने उसे पानी में नशीला पदार्थ पिलाया और जबरन उससे सुसाइड नोट लिखवा लिया।
पीड़िता ने बताया कि इसके बाद पति उसे फांसी के फंदे पर लटका कर फरार हो गया, जब उसकी बेटी ने देखा तो उसने अपने मामा और नानी को इसकी सूचना दी। उन्होंने फंदे से नीचे
उतारा, फिर अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में लगभग 15 दिन तक वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ती रही। हालांकि उसकी जान तो बच गई लेकिन फिलहाल वह चलने-फिरने
और बिस्तर से उठने से लाचार है। इस मामले में चांदनी बाग थाना प्रभारी मनजीत सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आईपीसी की धारा 307 और 328 के तहत मुकदमा दर्ज
कर जांच शुरू कर दी गई है। पीड़िता का इलाज कर रहे डॉ गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि जिस समय उसे अस्पताल लाया गया, उसकी हालत काफी गंभीर थी और सांस लेने में दिक्कत
आ रही थी, फिलहाल काफी हद तक स्थिति में सुधार है, लेकिन अभी उसे उठने और चलने में दिक्कत महसूस हो रही है। बहरहाल अब पीड़िता अपने मायके में रह रही है।