काशीपुर । विधायक हरभजन सिंह चीमा ने पूर्व सांसद बलराज पासी द्वारा काशीपुर में निकाली गयी समर्थन यात्रा कोे पार्टी में दरार डालना बताया। हालांकि सीधे तौर पर वह पासी का नाम लेने से बचने की कोशिश करते दिखाई दिये। रैली में लगे नारे ‘हर हर काशी, घर घर पासी’ को भी चीमा ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि इस रैली के लिए संगठन और न संघ दोनों में से किसी ने भी नहीं कहा था। यह श्री पासी द्वारा स्वयं आयोजित की गई रैली थी। वार्ता के दौरान श्री चीमा ने अपने बीस वर्षों के अब तक के कार्यकाल को नगर के लिए उपलब्धि भरा बताया। उन्होंने कहा कि उनके इस कार्यकाल में काशीपुर विधानसभा के हर घर को बिजली, पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ हर घर तक पक्की सड़कों का जाल बिछाया गया। विधायक चीमा ने कहा कि उनके 2002 में विधायक बनने से पहले काशीपुर में गुंडागर्दी चरम पर थी। व्यापारी आये दिन मांगे जाने वाली रंगदारी से आहत थे। शहर में व्यापार करना मुश्किल हो गया था। गुंडातत्व किसी को भी धमका कर वसूली करते थे, लेकिन जब से वह विधायक बने तब से गुंडागर्दी पर पूरी तरह अंकुश लग गया। अपने पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को दावेदार के रूप में पेश किये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि अब उनकी आयु 76 वर्ष की हो चुकी है। पार्टी की नीति है कि 75 वर्ष से अधिक के लोगों को पार्टी टिकट नहीं देती। अब अगर पार्टी की ओर से उन्हें टिकट के मना किया जाता है तो वह स्वयं को दावेदारी से अलग कर रहे हैं, लेकिन अपने पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा के लिए वह पार्टी से टिकट मांग कर रहे हैं। हालांकि चीमा ने यह भी कहा कि वह टिकट मांग रहे हैं लेकिन निर्णय अंतिम रूप से पार्टी को लेना है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी किसी अन्य को टिकट देती है तो वह उसे भी चुनाव लड़वायेंगे। क्योंकि वह पार्टी के निर्देशों से बंधे हुए हैं।