जयपुर। राजस्थान में आज भी कुछ जगहों पर लोगों को दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठना रास नहीं आ रहा है।इसकी बानगी फिर देखने को मिली है।जयपुर जिले के कोटपूतली इलाके में दलित दूल्हे ने घोड़ी पर बैठकर तोरण मारा तब यह बात कुछ ग्रामीणों को यह पसंद नहीं आई। उन्होंने पुलिस दस्ते के बीच ही बारात पर पथराव कर दिया।इससे बारातियों और वधू पक्ष के लोगों में अफरातफरी मच गई। पथराव में चार बारातियों के चोटें आई है। वहीं कई वाहनों को नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार घटना जयपुर जिले के कोटपूतली के कैराड़ी की ढाणी की है।गुरुवार रात को दलित परिवार का दूल्हा गांव में बारात लेकर पहुंचा था।यहां कुछ असामाजिक तत्वों को दूल्हे का घोड़ी पर बैठना नागवार गुजरा। रात को दूल्हे ने जैसे ही तोरण मारा उसके बाद कुछ ग्रामीणों ने बारात पर पथराव कर दिया। हालांकि इस दौरान पुलिस जाब्ता मौजूद था लेकिन वह कुछ नहीं कर सका।
पत्थरबाजी की घटना से अफरातफरी का माहौल हो गया।बाराती और वधू पक्ष के लोग जान बचाने के लिये इधर उधर भागने लगे, लेकिन तब तक पथराव करने वाले लोग अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग खड़े हुए। घटना की सूचना पर तत्काल पुलिस और क्षेत्रीय विधायक इंद्राज गुर्जर वहां पहुंचे। उन्होंने परिजनों और बारातियों से समझाइश की।इसके बाद दूल्हा-दुल्हन ने पुलिस सुरक्षा के बीच शादी हुई। घटना से दलित समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया। परिजनों का आरोप है कि करीब 10 दिन पहले घटना का अंदेशा जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी गई थी। बावजूद इसके मौके पर महिलाओं की सुरक्षा हेतु महिला कांस्टेबल तक का इंतजाम नहीं किया गया।परिवार और बाराती पुलिस अभिरक्षा में ही कुछ समाज कंटकों की ओछी मानसिकता का शिकार हो गए।इस घटना से दलित समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया है। वे आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए है।