देहरादून: उम्मेदपुर निवासी अंजलि गैरोला ने बताया कि 29 अक्टूबर को ऋषिकेश स्थित एम्स में नौकरी के लिए इंटरनेट मीडिया के जरिये आवेदन प्रक्रिया के दौरान उन्होंने वेबसाइट पर जाकर शुल्क जमा करना चाहा, लेकिन शुल्क जमा नहीं हुआ और उनके खाते से धनराशि की निकासी हो गई। इस पर उन्होंने गूगल पे का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया और उक्त नंबर पर संपर्क किया। अज्ञात व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर का अधिकारी बताकर फीस के रूप में उनके खाते से 3000 रुपये की निकासी कर ली, लेकिन फीस जमा नहीं हुई है। उक्त व्यक्ति ने विश्वास दिलाया कि उन्हें रकम वापस दी जाएगी। उसने उनकी बैंक खाते की गोपनीय जानकारी उनसे हासिल कर ली और उनके खाते से दो लाख रुपये की निकासी हो गई। मामले में वसंत विहार थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर नंदा की चौकी निवासी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि 28 अक्टूबर को एक महिला ने फोन कर कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड का वार्षिक शुल्क 1500 से घटाकर 500 रुपये किया जा रहा है। महिला ने व्यक्ति के मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा, जिसे व्यक्ति ने महिला को बता दिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से डेढ़ लाख की निकासी हो गई। प्रेमनगर थाना पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर, बल्लूपुर स्थित देव सुमन नगर निवासी परवीन ने बताया कि उन्हें 22 अक्टूबर को फोन काल आई और कहा कि वह उनका मामा है। कहा कि उसे किसी ने पैसे देने हैं, इसलिए वह पैसे फिलहाल तुम्हारे खाते में डलवा रहा है। परवीन ने अपने बैंक खाते की गोपनीय जानकारी शातिर को दे दी। उनके खाते से 61 हजार रुपये की निकासी हो गई। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।